अलर्ट: राजस्थान में दवा गुणवत्ता पर दर्दनाशक से लेकर BP की गोलियां तक फेल, छह मेडिसिन ब्रांड बाजार से तुरंत हटाने के आदेश

राजस्थान में दवा गुणवत्ता पर दर्दनाशक से लेकर BP की गोलियां तक फेल, छह मेडिसिन ब्रांड बाजार से तुरंत हटाने के आदेश
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जयपुर। राजस्थान में दवाइयों की गुणवत्ता को लेकर गंभीर खतरे की घंटी बज गई है। औषधि नियंत्रण आयुक्तालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्यभर में बेचे जा रहे छह प्रमुख मेडिसिन ब्रांड्स को **अमानक और उपभोक्ता स्वास्थ्य के लिए संभावित रूप से खतरनाक** करार दिया है। विभागीय जांच में यह सामने आया कि कुछ दवाइयां प्रभावहीन हैं तो कुछ के केमिकल कम्पोनेंट मानकों पर खरे ही नहीं उतरते। यह मामला सीधे आम लोगों की जान से जुड़ा है, इसलिए विभाग ने **तत्काल बाजार से इन बैचों को हटाने** और सख्त निगरानी बढ़ाने के आदेश जारी किए हैं।

दर्दनाशक, एंटीबायोटिक, एंटीफंगल और ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने वाली इन दवाओं का रोजाना हजारों मरीज उपयोग करते हैं, इसलिए इनका फेल होना बड़ी लापरवाही और स्वास्थ्य सुरक्षा पर सीधा हमला माना जा रहा है। विभाग ने साफ कहा है कि उपभोक्ता सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और दोषी कंपनियों पर कार्रवाई भी तय है।

नीचे वे दवाइयां हैं जिन्हें फौरन बाजार से हटाने के आदेश दिए गए हैं—

1. **पैरासिटामॉल टैबलेट आइपी 650 एमजी**

बैच: PCT 25092 | एक्सपायरी: 04/2027

निर्माता: विवेक फार्माकेम (इंडिया) लिमिटेड

त्रुटि: दवा डिजॉल्यूशन टेस्ट में फेल, यानी शरीर में घुलकर असर करने की क्षमता बेहद कमजोर। मरीज को राहत न मिलने और ओवरडोज का खतरा बढ़ने की आशंका।

2. **सेफपोडोक्साइम प्रोक्सेटिल डिस्पर्सिबल टैबलेट्स (DV-Cef-200)**

बैच: CT25035G | एक्सपायरी: 04/2027

निर्माता: क्योरहेल्थ फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड, सोलन

त्रुटि: टैबलेट का रंग ही मानकों के अनुरूप नहीं। दवा की विश्वसनीयता और निर्माण प्रक्रिया पर बड़ा सवाल।

3. **रैमिप्रिल टैबलेट्स IP (Reminex 2.5)**

बैच: SD-1457 | एक्सपायरी: 06/2027

निर्माता: सानो-सिटो थेरेप्यूटिक्स, सोलन

त्रुटि: एस्से और डिजॉल्यूशन दोनों टेस्ट में असफल। ब्लड प्रेशर मरीजों के लिए यह बेहद खतरनाक स्थिति, क्योंकि दवा असर न करे तो BP नियंत्रण बिगड़ सकता है।

4. **इट्राकोनाजोल कैप्सूल IP 100 MG**

बैच: 1725-230 | एक्सपायरी: 09/2027

निर्माता: G Laboratories Ltd., पोंटा साहिब

त्रुटि: डिजॉल्यूशन टेस्ट का परिणाम शून्य, यानी दवा शरीर में घुलती ही नहीं। यह सीधे फर्जी दवा जैसा मामला।

5. **रैमिप्रिल-मेटोप्रोलोल SR टैबलेट्स (Remeril-M 25/25)**

बैच: T24 ॺ554 A | एक्सपायरी: 10/2026

निर्माता: बजाज फार्मुलेशन्स, हरिद्वार

त्रुटि: रैमिप्रिल के एस्से में भारी कमी, मतलब दवा में सक्रिय तत्व मानक से कम। BP मरीजों के लिए जानलेवा हो सकता है।

6. **रैमिप्रिल टैबलेट्स IP 2.5 MG (Kedpril 2.5)**

बैच: GVD0644 | एक्सपायरी: 12/2026

निर्माता: वेद लाइफसेवर्स प्राइवेट लिमिटेड, देहरादून

त्रुटि: एस्से और डिजॉल्यूशन दोनों टेस्ट में फेल, यानी दवा असरहीन और खतरनाक।

औषधि नियंत्रण आयुक्तालय ने इन सभी कंपनियों से जवाब तलब किया है। बाज़ार में मौजूद शेष बैचों की भी विस्तृत जांच जारी है। विभाग का कहना है कि दवाइयों की इस तरह की गुणवत्ता गिरावट ना सिर्फ कानून का उल्लंघन है, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य पर सीधा हमला है।

राज्य सरकार जल्द ही इस मामले में और कड़ी कार्रवाई कर सकती है।

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