मोदी बोले: जीएसटी ने बदली भारत की आर्थिक तस्वीर, नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी से शुरू होगा 'बचत उत्सव'

प्रधानमंत्री का देश के नाम संबोधन:बोले- कल से देश में GST बचत उत्सव शुरू होगा; हर परिवार की खुशियां बढ़ेंगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम संबोधन दे रहे हैं। उन्होंने कहा- 22 सितंबर को सूर्योदय के साथ ही GST बचत उत्सव शुरू हो जाएगा।
25 करोड़ लोगों ने गरीबों को हराया
पिछले 11 साल में देश में 25 करोड़ लोगों ने गरीबों को हराया है। गरीबी से बाहर आए हैं, ये लोग न्यू मिडिल क्लास के रूप में अपनी भूमिका अदा कर रहा है। इस साल सरकार ने 12 लाख रुपए की इनकम टैक्स फ्री करके उपहार दिया। तो सोचिए मिडिल क्लॉस के जीवन में कितना बदलाव आया है।
आत्मनिर्भर बनना होगा
विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा। भारत को आत्मनिर्भर बनाने का बहुत बड़ा दायित्व MSME पर भी है। जो देश के लोगों की जरूरत का है, जो देश में बना सकते हैं वो हमें देश में ही बनाना चाहिए।
दुकानदार भाई बहन जीएसटी बदलाव से उत्साह में है
मुझे इस बात की खुशी है कि दुकानदार भाई-बहन जीएसटी बदलाव से उत्साह में है। वो इसे कस्टमर तक पहुंचाने में जुटे हैं। हम नागरिक देवो भव: के जिस मंत्र के साथ आगे बढ़ रहे हैं। नए जीएसटी में इसकी झलक दिखती है। अगर हम इनकम टैक्स और जीएसटी छूट को जोड़ दें तो देश के लोगों को 2.5 लाख करोड़ से ज्यादा की बचत होगी।
अब सिर्फ 5% और 18% ही जीएसटी
अब सिर्फ 5% और 18% ही रहेगा। रोजमर्रा और खाने-पीने की चीजें सस्ती हो जाएंगी। या तो टैक्स फ्री होंगी या 5% टैक्स देना होगा। जिन सामानों पर 12% लगता था उनमें से 99% चीजें अब 5% टैक्स के दायरे में आ गई हैं।
मोदी बोले- वन नेशन वन टैक्स का सपना साकार हुआ
वन नेशन वन टैक्स का सपना साकार हुआ। रिफॉर्म लगातार चलने वाली प्रक्रिया होती है। समय और जरूरत के साथ इसमें बदलाव होते हैं। इसलिए देश की वर्तमान जरूरतों और भविष्य को देखते हुए जीएसटी के नए रिफॉर्म लागू हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में 2017 में लागू हुए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को एक ऐतिहासिक कदम करार देते हुए कहा कि इसने भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी है। उन्होंने जीएसटी के पहले की जटिल कर प्रणाली को याद करते हुए कहा कि पहले एक शहर से दूसरे शहर माल भेजना बेहद कठिन था। दर्जनों टैक्स और चेकपोस्ट की बाधाएं कारोबारियों के लिए सिरदर्द बनी रहती थीं। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग टैक्स नियमों ने व्यापार को और जटिल बना दिया था। लेकिन जीएसटी ने इस जाल को तोड़कर देश में एक समान कर प्रणाली लागू की, जिसने कारोबार को आसान और पारदर्शी बनाया।
जीएसटी: भारत की ग्रोथ स्टोरी का आधार
प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी केवल एक कर सुधार नहीं, बल्कि भारत की आर्थिक प्रगति की कहानी को गति देने वाला एक मजबूत आधार है। उन्होंने कहा कि इस सुधार ने गरीब, मध्यमवर्ग, न्यू मिडिल क्लास, युवा, किसान, महिलाएं और व्यापारियों सभी को लाभ पहुंचाया है। जीएसटी ने न केवल कारोबार को आसान बनाया, बल्कि निवेश को आकर्षित करने और हर राज्य को विकास की दौड़ में बराबरी का मौका देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मोदी ने कहा, "जीएसटी ने भारत को एक आर्थिक इकाई के रूप में एकजुट किया है। यह सुधार देश की ग्रोथ स्टोरी को और मजबूत करेगा। यह कारोबारियों के लिए अवसरों का द्वार खोलेगा और हर नागरिक को सशक्त बनाएगा।"
नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी: बचत उत्सव की शुरुआत
प्रधानमंत्री ने ऐलान किया कि 22 सितंबर 2025 से नवरात्रि के पहले दिन सूर्योदय के साथ 'नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी' लागू होगा। इसे उन्होंने 'बचत उत्सव' का नाम दिया, जिसके तहत आम नागरिकों की बचत बढ़ेगी और वे अपनी पसंद की चीजें आसानी से खरीद सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह नया कदम आत्मनिर्भर भारत अभियान को और मजबूत करेगा।
"कल से देश में जीएसटी बचत उत्सव शुरू होने जा रहा है। यह उत्सव हर परिवार के लिए खुशियां लाएगा। आपकी बचत बढ़ेगी, आपकी जरूरतें पूरी होंगी, और देश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी," पीएम ने कहा।
नवरात्रि के साथ नई शुरुआत
मोदी ने अपने संबोधन में नवरात्रि के पावन अवसर को भी जोड़ा और देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि नवरात्रि का पहला दिन नई ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक है, और नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी का शुभारंभ इस अवसर को और खास बनाएगा। यह सुधार न केवल आर्थिक, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी देश को एकजुट करने में मदद करेगा।
जीएसटी का प्रभाव और भविष्य
जीएसटी लागू होने के बाद से भारत में कर संग्रह में पारदर्शिता आई है और राजस्व में वृद्धि हुई है। कारोबारियों को एकल कर प्रणाली के कारण कागजी कार्रवाई और अनुपालन का बोझ कम हुआ है। नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी के तहत और अधिक सरलीकरण और तकनीकी उन्नति की उम्मीद है, जिससे छोटे और मध्यम उद्यमों को विशेष लाभ होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सुधार देश के हर कोने में विकास को पहुंचाने और हर नागरिक को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का एक प्रयास है। उन्होंने व्यापारियों, उद्यमियों और आम जनता से इस 'बचत उत्सव' में शामिल होने का आह्वान किया।
