लापरवाही-: बहते पानी के बीच पुलिया पार करते बाइक सहित युवक, मां व मौसी के साथ बनास नदी में बहा, मौसी को बचा लिया तैराक ने
भीलवाड़ा BHN। आये दिन हो रहे हादसों के बावजूद आमजन अपनी जान जोखिम में डालकर नदी नालों की पुलिया पार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में यह लापरवाही जानलेवा साबित हो रही है। रविवार को ऐसी ही एक घटना बीगोद थाना इलाके से सामने आई जहां बनास नदी की पुलिया पार करते समय एक युवक, उसकी मां और मौसी बाइक सहित नदी में बह गये। नदी पर मौजूद तैराक ने मौसी को बचा लिया, जबकि मां- बेटे का अब तक पता नहीं चल पाया। दोनों की एसडीआरएफ तलाश कर रही है। उधर, हादसे की खबर से इनके गांव बागला की झूंपडिय़ा में हडक़ंप मचा है। बड़ी संख्या में ग्रामीण नदी पर जुट गये।
मिली जानकारी के अनुसार, बागला की झूंपडिय़ां नंदराय निवासी श्यामाल अहीर का बेटा विष्णु 25 अपनी मां जैतू 40 व मौसी गीता पत्नी मदन अहीर के साथ खटवाड़ा की ओर गया था। वहां से ये तीनों बाइक पर सवार होकर पुन: अपने गांव बागला की झूंपडिय़ां लौट रहे थे। बीगोद और खटवाड़ा के बीच बनास नदी की पुलिया पर करीब डेढ़ से दो फीट पानी था। इसके बावजूद विष्णु ने लापरवाही बरतते हुये पुलिया से बाइक निकालने का प्रयास किया। पुलिया पार करते समय इनकी बाइक फिसल गई और तीनों नदी में जा गिरे और बह गये। इस दौरान नदी पर ही स्नान कर रहे तैराक आबिद हुसैन शहरी ने नदी में बह रही गीता को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन जैतू व उसके बेटे विष्णु को वह नहीं निकाल पाया। ऐसे में दोनों मां-बेटे नदी में डूब गये।
उधर सूचना मिलने पर एएसआई जयसिंह मीणा व दीवान सतपाल के नेतृत्व में पुलिस टीमें मौके पर पहुंची। पुलिस की ने एसडीआरएफ को भी मौके पर बुलवा लिया, जो लापता मां-बेटे की नदी में तलाश कर रही है। वहीं दूसरी और हादसे की खबर सुन कर बावला का खेड़ा से ग्रामीण व परिजन भी नदी पर पहुंच गये। नदी से निकाली गई गीता को परिजन घर ले गये।