राहत भरा बदलाव: अब 2 घंटे हॉस्पिटल में एडमिट रहने पर भी मिल जाएगा इंश्योरेंस क्लेम

पहले हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम लेने के लिए 24 घंटे हॉस्पिटल में एडमिट होना जरूरी था। लेकिन, अब ऐसा नहीं है। इंश्योरेंस कंपनियां इलाज के लिए अब 24 घंटे अस्पताल में भर्ती होने की शर्त को जरूरी नहीं मानती हैं। अब 2 घंटे के हॉस्पिटलाइजेशन पर भी क्लेम मिल सकता है।
जिंदगी का कोई भरोसा नहीं. कोई नहीं जानता कब किस उम्र में किसी के साथ कोई बड़ा एक्सिडेंट हो जाए या कोई गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाए.ऐसे मुश्किल घड़ी में हेल्थ कवर सबसे ज्यादा मददगार साबित होता है. इसलिए लोग कम उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदकर उसे बिना क्लेम के रिन्यू कराते रहते हैं.अभी तक करीब-करीब सभी इंश्योरेंस कंपनियां क्लेम लेने के लिए 24 घंटे हॉस्पिटल में एडमिट रहने की शर्त रखती थीं. लेकिन, अब आप बिना 24 घंटे अस्पताल में भर्ती हुए भी इंश्योरेंस क्लेम कर सकेंगे. कई इंश्योरेंस कंपनियों ने 24 घंटे एडमिट रहने वाली शर्त खत्म कर दी है. अब अगर किसी वजह से आप 2 घंटे भी हॉस्पिटल में एडमिट रहें, तो आपको इंश्योरेंस क्लेम मिल सकता है.
क्यों खत्म की गई शर्त?
दरअसल, मेडिकल साइंस हर दिन तरक्की कर रहा है. इससे इलाज के प्रोसेस में तेजी आई है. पहले मोतियाबिंद, पथरी या एपेंडिक्स के ऑपरेशन के लिए रातभर या 3 से 4 दिन अस्पताल में एडमिट होकर रहना पड़ता था. लेकिन, अब ऐसा नहीं है. हाइटेक टेक्नोलॉजी के जमाने में अब बड़ी से बड़ी सर्जरी भी महज 2 से 3 घंटे में हो जाती है. अब तो कई मामलों में रोबोटिक्स सर्जरी होती है, जो आधे समय में काम निपटा देते हैं. इसलिए कंपनियों ने शॉर्ट टर्म हॉस्पिटलाइजेशन के लिए भी क्लेम प्रोसेस की मंजूरी दे दी है.
इन कंपनियों के इंश्योरेंस क्लेम नियमों में हुआ बदलाव?
ICICI लोम्बार्ड एलिवेट प्लान, केयर सुप्रीम हेल्थ इंश्योरेंस और नीवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस प्लान ने 24 घंटे हॉस्पिटलाइजेशन का रूल खत्म कर दिया है. ICICI लोम्बार्ड एलिवेट 10 लाख रुपये का कवर देता है. इसके लिए सालाना 9,195 रुपये का प्रीमियम जाता है. ये प्लान 30 साल के व्यक्ति के लिए है.केयर सुप्रीम हेल्थ इंश्योरेंस भी 10 लाख रुपये का कवर देता है. इसके लिए 12,790 रुपये सालाना प्रीमियम देना पड़ता है. इसी तरह नीवा बूपा के 10 लाख रुपये वाले कवर प्लान का सालाना प्रीमियम 14, 199 रुपये है.