दुनिया के किसी नेता ने जंग नहीं रुकवाई: PM मोदी का करारा जवाब,भारत आएगा और मारकर जाएगा; ये है न्यू नॉर्मल',

नई दिल्ली |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में एक बेहद सख्त और स्पष्ट बयान देकर देश की रक्षा नीति को लेकर अंतरराष्ट्रीय बहस छेड़ दी है। उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई से नहीं रोका, और अब भारत की नीति स्पष्ट है —
“भारत आएगा और मारकर जाएगा; यही है न्यू नॉर्मल।”
🔴 ऑपरेशन सिंदूर का संदर्भ
यह बयान उस समय आया है जब कुछ दिन पहले ही "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऑपरेशन के दौरान हुई घटनाओं का हवाला देते हुए विपक्ष और अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को करारा जवाब दिया।
“193 देशों के संगठन संयुक्त राष्ट्र में सिर्फ 3 देशों ने पाकिस्तान के पक्ष में बयान दिया। बाकी सब शांत थे। किसी ने हमें रोका नहीं,” पीएम मोदी ने कहा।
📞 अमेरिका के उपराष्ट्रपति से बातचीत का खुलासा
प्रधानमंत्री ने संसद में बताया कि 9 मई की रात, ऑपरेशन के दौरान अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन उस समय वे सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ रणनीतिक बैठक में थे।
“उन्होंने घंटाभर कॉल किया। बाद में मैंने उन्हें फोन किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है। मैंने कहा— जिन्हें समझ नहीं आता, उन्हें नहीं आएगा। अगर पाकिस्तान ने ऐसा कुछ किया तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा।”
यह बयान साफ संकेत देता है कि भारत अब किसी भी अंतरराष्ट्रीय दबाव में आकर अपनी रक्षा नीति तय नहीं करेगा।
🛑 पाकिस्तान के DGMO ने मांगी थी 'रहम की भीख'
मोदी ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) ने भारत के DGMO से हमले रोकने की गुहार लगाई थी।
“वो हमारा हमला नहीं झेल पा रहे थे। उन्होंने हमसे संपर्क किया और कहा कि बस करिए।”
यह बयान साफ करता है कि भारतीय सेना ने अपनी रणनीति और ताकत से पड़ोसी देश को झकझोर दिया।
🔁 विपक्ष का पलटवार: राहुल गांधी का हमला
प्रधानमंत्री के बयान से ठीक पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में प्रधानमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 29 बार कहा है कि उन्होंने भारत-पाक युद्ध रुकवाया।
“अगर दम है तो प्रधानमंत्री सदन में कहें कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। और यह भी कहें कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारा एक भी फाइटर जेट नहीं गिरा।”
राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि आखिर सच क्या है — अमेरिका ने हस्तक्षेप किया या नहीं? और क्या भारत ने पूरी तरह स्वतंत्र होकर ऑपरेशन अंजाम दिया?
🌐 अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री मोदी के बयान ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि भारत अब “रणनीतिक स्वतंत्रता” के रास्ते पर है।
यह बयान खास तौर पर चीन और पाकिस्तान को ध्यान में रखते हुए दिया गया माना जा रहा है, जो अक्सर सीमाओं पर टकराव की स्थिति बनाते हैं।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह बयान केवल संसद के लिए नहीं था, बल्कि यह वैश्विक मंच के लिए एक चेतावनी थी — भारत अब केवल शांति की अपील नहीं करेगा, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर निर्णायक कार्रवाई करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी का यह कथन —
"भारत आएगा और मारकर जाएगा; यही है न्यू नॉर्मल" —
अब सिर्फ एक राजनीतिक टिप्पणी नहीं, बल्कि भारत की नई रक्षा नीति का घोषणापत्र बन चुका है।
जहां एक ओर समर्थकों ने इसे “मजबूत नेतृत्व” बताया, वहीं आलोचकों ने इससे अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक संतुलन पर प्रश्न उठाए हैं। लेकिन एक बात तो साफ है — भारत अब हर चुनौती का जवाब उसी के स्तर पर देगा।