त्योहारी सीजन में मिलावटखोरों का बोलबाला —: हर घर तक पहुंच रहा ज़हर, जानिए किन चीज़ों में हो रही खतरनाक मिलावट

भीलवाड़ा हलचल। दीपावली और त्योहारी सीजन में जहां बाजारों में रौनक बढ़ जाती है, वहीं दूसरी ओर मिलावटखोरों ने भी अपना जाल बिछा दिया है। असली वस्तुओं की आड़ में मिलावटी सामान खुलेआम बेचा जा रहा है। ये सामान न केवल लोगों की जेब पर भारी पड़ रहे हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए बेहद घातक साबित हो रहे हैं। नीचे विस्तार से जानिए कौन-कौन से उत्पादों में कैसे हो रही मिलावट और उसका क्या नुकसान हो रहा है👇
हल्दी में मक्के का पाउडर और रंग
त्योहारी सीजन में हल्दी की मांग अधिक होती है। असली हल्दी महंगी होने के कारण मिलावटखोर इसमें मक्के का पाउडर और सिंथेटिक पीला रंग मिला रहे हैं। इससे हल्दी तो चमकदार दिखती है, लेकिन इसका असर **सीधे लीवर पर पड़ता है**। लंबे समय तक इसका सेवन **लीवर डैमेज** और **पाचन तंत्र में जलन** का कारण बन सकता है।
मिर्च पाउडर में भूसी और फटकी
लाल मिर्च की कीमत बढ़ने से नकली मिर्च पाउडर बाजार में बड़ी मात्रा में बेचा जा रहा है। इसमें असली मिर्च के साथ भूसी, फटकी और सिंथेटिक लाल रंग मिलाया जाता है। इस तरह की मिर्च खाने से **लीवर सिकुड़ने** और **आंतों में संक्रमण** जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं।
धनिये में हरा रंग और सींक
धनिया पाउडर को ज्यादा हरा और आकर्षक दिखाने के लिए उसमें हरा रंग और सींक मिलाई जा रही है। ऐसा धनिया खाने से **लीवर में सूजन , पाचन संबंधी गड़बड़ी और **त्वचा संबंधी एलर्जी** हो सकती है।
अमचूर में अरारोट और कनकी
अमचूर पाउडर में अरारोट और चावल की कनकी मिलाकर नकली अमचूर तैयार किया जा रहा है। इसका सेवन करने से **पेट में संक्रमण**, गैस, जलन और **आंतों की समस्याएं** उत्पन्न हो रही हैं
गरम मसाले में नकली पदार्थ
गरम मसाला में महंगे मसालों की जगह **लौंग की लकड़ी**, नकली दालचीनी और घटिया काली मिर्च जैसी चीजें मिलाई जा रही हैं। यह मिलावटी मसाला शरीर में **अल्सर**, गैस्ट्रिक इंफेक्शन और **पाचन तंत्र को कमजोर** करने का कारण बनता है।
जीरे में सोया बीज
बाजार में बिक रहे जीरे में अब सोया बीज की मिलावट भी की जा रही है। सोया बीज दिखने में जीरे जैसा होता है, इसलिए आसानी से पहचान में नहीं आता। इसका सेवन करने से **पेट दर्द**, अपच, गैस और **आंतों में संक्रमण** बढ़ रहा है।
किशमिश में हरा रंग और गंधक
त्योहारों पर मिठाई और सूखे मेवे की खूब बिक्री होती है। इस दौरान **किशमिश को आकर्षक दिखाने के लिए उसमें हरा रंग और गंधक का धुआं** मिलाया जाता है। इसका असर **किडनी और लिवर** पर पड़ता है और लंबे समय में **किडनी फेल्योर** जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
सब्जियों में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन
लौकी, करेला और कद्दू जैसी सब्जियों को जल्दी बड़ा और हरा दिखाने के लिए ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। ये इंजेक्शन **हॉर्मोनल असंतुलन**, बच्चों के शारीरिक विकास में बाधा और **गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं** का कारण बनते हैं।
फलों पर मोम की पॉलिश और केमिकल से पकाना
त्योहारों पर फलों की बिक्री भी काफी बढ़ जाती है। फलों को **चमकाने के लिए मोम की पॉलिश** और पकाने के लिए **रासायनिक घोल (कार्बाइड)** का उपयोग किया जा रहा है। इनका असर **किडनी, लीवर और फेफड़ों** पर पड़ता है और धीरे-धीरे **गंभीर बीमारियों** का कारण बन सकता है।
सरसों तेल में राइस ब्रान ऑइल
असली सरसों तेल में राइस ब्रान ऑइल मिलाकर उसे बाजार में बेचा जा रहा है। ऐसा तेल **फेफड़ों में सूजन**, **ब्लड प्रेशर बढ़ने** और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ाता है।
घी में वनस्पति और बटर ऑइल
घी में वनस्पति और बटर ऑइल की मिलावट कर उसे शुद्ध घी के रूप में बेचा जा रहा है। इस तरह का घी **ब्लॉकेज**, हार्ट अटैक और **कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ाने** का कारण बनता है।
स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी
स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि उपभोक्ता त्योहारों पर किसी भी खाद्य सामग्री को बिना जांचे परखे न खरीदें।
✔ विश्वसनीय दुकानों से ही सामान लें।
✔ रंग, चमक और कम कीमत के लालच में न आएं।
✔ मिलावट की जानकारी मिलने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
