भीलवाड़ा में भी पुलिस जवानों ने किया बहिष्कार, होली के रंग दिखे फीके, छायी रही मायूसी
भीलवाड़ा बीएचएन। भीलवाड़ा में धुलंडी के दूसरे दिन आज शनिवार को पुलिस लाइन में होली के रंग फीके दिखे, वहीं पुलिस थानों और चौकियों में होली की धमाल देखने को नहीं मिली। वजह, समयबद्ध पदोन्नति सहित विभिन्न मांगों को लेकर कांस्टेबल से उप निरीक्षकस्तर तक के पुलिसकर्मियों ने होली का बहिष्कार कर रहे हैं।
बता दें कि प्रदेश में कॉन्स्टेबल से उप निरीक्षक स्तर के जवान होली का बहिष्कार कर रहे हैं। वे पे-स्केल बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। यह, विरोध भीलवाड़ा में भी जवानों का विरोध नजर आया। आज सुबह 9 से 12:00 बजे तक होली मिलन समारोह कार्यक्रम पुलिस लाइन ग्राउंड में रखा गया था, लेकिन 10 बजे के बाद तक भी कोई जवान नहीं पहुंचा।एसपी धर्मेंद्र सिंह की डांस स्किल की सभी अधिकारियों ने तारीफ की। अधिकारी पहुंचे, एक दूसरे को रंग लगाकर बधाई दी ।पुलिस अधिकारियों ने रंग और गुलाल लगाकर कर आपस में एक दूसरे को बधाइयां दी। डीजे भी बजा और पुलिस अधिकारियों ने डांस भी किया लेकिन पुलिस कांस्टेबल से एएसआई तक के जवानों ने इस आयोजन से दूरी बनाए रखी। आयोजन स्थल पुलिस लाइन में एसपी धर्मेंद्र सिंह , एड एसपी पारस जैन, प्रोबेश्नर आईपीएस जतिन जैन, सीओ सिटी मनीष बड़ गुर्जर, सीओ सदर श्याम सुंदर विश्नौई पहुंचे और एक दूसरे को रंग लगाकर बधाई दी।
जिला कलेक्टर जसमीतसिंह संधू भी पुलिस लाइन पहुंचे जहां एसपी सहित पुलिस अधिकारियों ने जिला कलेक्टर को रंग लगाकर होली की बधाई दी । आयोजन में कुछेक थानों के प्रभारी भी पहुंचे । इस दौरान एसपी सहित सभी अधिकारियों ने डीजे की धुन पर जमकर डांस किया। उधर, कांस्टेबल से एएसआई तक के अधिकारियों के होली आयोजन से दूरी बनाने से कार्यक्रम फीका नजर आया। वहीं जिले के अधिकांश थानों और चौकियों में इस बार होली की धमाल नजर नहीं आई। कार्यक्रम का बहिष्कार कर रहे पुलिसकर्मियों में मायूसी साफ नजर आ रही थी।
यहां उल्लेखनीय है कि होली के त्यौंहार पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी धुलंडी के अगले दिन पुलिस थानों, चौकियों एवं पुलिस लाइन में जमकर रंग खेलते हैं। इस दिन जहां आम आदमी होली पर्व मनाकर काम धंधे पर लौट जाता है, वहीं थानों व पुलिस लाइन व थानों में होली पर्व की धूम रहती है। मगर इस बार यह देखने को नहीं मिला।
क्या कहते हैं पुलिसकर्मी
पुलिसकर्मियों के अनुसार एसआई व इससे ऊपर की रैंक के अधिकारियों की विभागीय पदोन्नति हर साल तय समय पर होती है। मगर कांस्टेबल से लेकर एएसआई रैंक के पुलिसकर्मियों की डीपीसी एक-दो साल नहीं बल्कि पिछले चार-पांच साल से नहीं हो सकी है।
क्या हैं इनकी मांगें
कांस्टेबल से एएसआई पद पर पदोन्नति हर साल समयबद्ध तरीके से हो। लम्बित पदोन्नति भी शीघ्र की जाए।
कांस्टेबल का ग्रेड पे बढ़ाकर तृतीय श्रेणी शिक्षक के बराबर किया जाए तथा वेतन विसंगति दूर की जाए।
पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश दिया जाए।