साइको किलर बोला, नौकरी और शरीर में आ रही थी परेशानी, जादू टोना की आशंका थी, इसलिये पहले मोनू पर किये वार, फिर संदीप को बुलाकर मारा

भीलवाड़ा बीएचएन । अय्यपा मंदिर के चौकीदार व अपने ही दो दोस्तों के खून से हाथ रंगने वाला साइको किलर दीपक नायर ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उसकी नौकरी और शरीर में तकलीफें आ रही थी। उसे शंका थी कि दोस्त मोनू ने उस पर जादू-टोना करवा दिया। सोमवार की सुबह मोनू टांक, दोस्त दीपक के घर था, तभी जादू-टोना करवाने की बात को लेकर दीपक ने उस पर ताबड़तोड़ वार किये और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। फिर फोन कर संदीप को घर बुलाकर उस पर भी हमला किया। इसके चलते दोनों की मौत हो गई। दोनों के शवों को घर में ही जलाने के लिए उसने कट्टे जलाकर डाल दिये और खुद घर से बाहर चला गया और शराब पी।
बता दें कि आरोपित दीपक नायर ने यह बात मोनू व संदीप भारद्वाज की लाशें मिलने के बाद प्रताप नगर थाने में हुई पूछताछ में कबूल की। आरोपित से जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने भी करीब एक घंटे पूछताछ की। दीपक नायर ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि मोनू टांक ने लव मैरिज की थी। दीपक ने कहा, इसका खर्च मैने ही उठाया था। मोनू अधिकांश समय मेरे पास ही रहता था। दीपक ने आरोप लगाया कि इसके बावजूद मोनू ने उस पर जादू टोना करवा दिया। इसके चलते उसकी नौकरी व शरीर में परेशानी आने लगी थी। दीपक ने कबूल किया कि सोमवार सुबह उसके घर मोनू आया हुआ था। तब जादू-टोना वाली बात से नाराज होकर उस पर हमला कर दिया। इस दौरान मोनू ने कहा कि उसने कोई जादू-टोना नहीं करवाया है। दीपक ने कबूला कि मोनू ने आशंका जताई कि संदीप ने ऐसा किया होगा। इस पर फोन कर संदीप को भी उसी समय घर बुला लिया। संदीप के आने के बाद उस पर भी हमला कर दिया। दोनों के साथ गंभीर मारपीट की, जिससे दोनों ने वहीं दम तोड़ दिया। उनके प्राईवेट पार्ट भी काट दिये। इसके बाद शव जलाने के लिए उसने बोरी का कट्टा जलाकर शवों पर डाल दिया और मकान बंद कर बाहर निकल गया। दीपक ने कबूल किया कि इसके बाद उसने जमकर शराब पी। इसी रात को वह अय्यपा मंदिर जा पहुंची और वहां चौकीदार लालसिंह रावणा राजपूत की बेरहमी से हत्या कर दी।
उधर, चौकीदार की हत्या को लेकर यह किया खुलासा
वहीं दूसरी और आरोपित दीपक नायर से सुभाषनगर पुलिस के साथ ही आला अधिकारी अय्यपा मंदिर के चौकीदार लालसिंह की हत्या को लेकर अलग-अलग पूछताछ कर रहे हैं। अब तक उसने एक ही बात कबूल की कि उसे अंर्तआत्मा ने आकर कान में कहा कि मंदिर में गलत काम होते हैं। तू जा और अपना धर्म निभा। इसके चलते वह मंदिर गया और चौकीदार को मार डाला। पुलिस का कहना है कि आरोपित शातिर है, उससे गहन पूछताछ जारी है।
कार लूट के मुकदमे के बाद...!
शातिर दीपक नायर ने वर्ष 2013 में सदर थाना इलाके में एक कार शोरूम से कार उठा ली थी। इसके बाद वह जेल में भी कैदियों से भिड़ा था। दीपक ने कबूल किया कि इस वारदात को लेकर केस दर्ज होने के बाद उसका दीमाग खराब रहने लगा।
किलर की गायब कार मिली, श्वान गायब
तिहरा हत्याकांड के आरोपित दीपक नायक के एक फोर्ड कार व एक श्वान भी है। यह कार व श्वान भी उसके घर से गायब मिले। ऐसे में पुलिस को कई और संदेह होने लगे। पुलिस ने कार व श्वान की तलाश शुरु की। अथक प्रयास के बाद दीपक की कार आरटीओ ऑफिस के सामने लावारिस हालत में खड़ी मिल गई, जिसे पुलिस ले आई। वहीं श्वान के बारे में पड़ताल करने पर लोगों ने पुलिस को बताया कि श्वान के दोनों पैर टूटे हुये हैं, जो बस्ती में ही घूमता नजर आया।
किलर दीपक हथियारबंद पुलिसकर्मियों की निगरानी में
अय्यपा मंदिर के चौकीदार लाल सिंह की हत्या के आरोप में साइको किलर दीपक नायर 5 दिन के रिमांड पर है। उसे सुभाषनगर थाने में रखा हुआ। शातिर बदमाश की निगरानी के लिए पुलिस ने पांच हथियारबंद पुलिसकर्मी लगाये हैं। ये पुलिसकर्मी चौबिस घंटे उस पर निगरानी रखे हुये हैं।
डीएसपी श्याम सुंदर बिश्नोई ने बताया- तीनों मर्डर को लेकर अभी तक साफ कारण सामने नहीं आए हैं। आरोपी दीपक नायर अलग-अलग कहानियां सुनाकर पुलिस को गुमराह कर रहा है। कभी वह कहता है कि गार्ड और दो दोस्तों ने उसकी बहन के साथ गलत किया, इसलिए उनका मर्डर कर दिया।
डीएसपी ने बताया- कभी कोई दूसरी बात कहता है। वारदात से 2 दिन पहले दीपक ने एक पुलिसकर्मी से भी बहस की थी। उसको लेकर भी कहा कि पुलिसवाले को ठिकाने लगाना है।
एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया- तीन मर्डर का मामला गंभीर हैं। इसकी डिटेल्ड जांच रह रहे हैं। पूछताछ लगातार चलेगी। स्पेशल टीम बनाकर जांच करेंगे।
आरोपी दीपक के घर में उसके बचपन के दोस्तों की लाशें मिली। दोनों का मर्डर भी बुरी तरह किया गया। इनके चेहरे जले हुए मिले।
आरोपी दीपक के घर में उसके बचपन के दोस्तों की लाशें मिली। दोनों का मर्डर भी बुरी तरह किया गया। इनके चेहरे जले हुए मिले।
भीलवाड़ा से केरल तक अलग-अलग 6 मामले दर्ज
2009 से लेकर अभी ट्रिपल मर्डर से पहले तक दीपक नायर के खिलाफ भीलवाड़ा के प्रतापनगर, कोतवाली, सदर और सुभाष नगर थानों में मारपीट, जानलेवा हमले और लूट के 6 मामले दर्ज हैं।
2015 में उसने भीलवाड़ा के प्रतापनगर थाने में पुलिसकर्मियों से मारपीट की थी और जमकर उत्पात मचाया था। 10 पुलिस वालों ने उसे मुश्किल से काबू किया था।
केरल में भी पुलिस और पब्लिक के साथ मारपीट का केस दर्ज है। केरल में दीपक ने 25 किलोमीटर तक कार को तीन पहियों पर दौड़ाया था और कई वाहनों को टक्कर मारी थी। इस दौरान कुछ लोगों ने उसकी पिटाई की थी।