संध्याकालिन गश्त को करें मजबूत, पुराने बदमाशों पर रखें निगाह- एसपी
भीलवाड़ा बीएचएन। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने शनिवार को क्राइम मीटिंग में जिले के सभी थाना अधिकारियों को अपराध नियंत्रण और लंबित प्रकरणों के निस्तारण के आदेश दिए।
जिला पुलिस अधीक्षक सिंह की अध्यक्षता में क्राइम मीटिंग एसपी ऑफिस स्थित सभागार में हुई। सिंह ने संध्याकालिन गश्त को और मजबूत करने के साथ ही पुराने अपराधियों पर विशेष वॉच रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पुराने बदमाशों व हिस्ट्रीशीटर के मोबाइल नंबरों पर भी निगरानी की जाये, ताकि उनके बारे में जानकारी मिल सके। पुलिस अधीक्षक ने धोखाधड़ी से संबंधिम मामलों को लेकर कहा कि इस तरह के कई मामले झूंठें भी दर्ज करवा दिये जाते हैं। ऐसे में अगर कोई झूंठा मामला दर्ज करवाता है तो उसके खिलाफ लीगल एक्शन लें। उन्होंने फरार और वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए टीमवर्क से कार्य करने की बात कही। सिंह ने मुकदमों को अकारण पैडिंग नहीं रखने के भी निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिये। इसके अलावा महिला अत्याचार, पुरानी फाइलों आदि को लेकर भी अधिकारियों को निर्देशित किया। क्राइम मीटिंग में एएसआई मुख्यालय, सहाड़ा के साथ ही जिले के सीओ व एसएचओ मौजूद थे।
डायन हिंसा के मामलों पर जताई चिंता
बाल व महिला चेतना समिति की अध्यक्ष तारा अहलुवालिया ने क्राइम मीटिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह से मुलाकात की। अहलुवालिया ने कहा कि भीलवाड़ा में डायन हिंसा पर चिंता जताते हुये पुलिस अधीक्षक से वार्ता की गई। पुलिस अधीक्षक को अवगत करवाया गया कि जिले में डायन हिंसा के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक ने आश्वस्त किया कि इस तरह के मामलों को वे प्रमुखता से देखेंगे। अहलुवालिया ने कहा कि भीलवाड़ा में तीन महिलाओं की डायन हिंसा के नाम पर हत्या तक कर दी गई। उन्होंने कहा कि डायन हिंसा के कलंक को मिटाने के लिए राज्य सरकार को अभियान चलाना चाहिये। यहां सशक्त कानून होने के बावजूद लगातार डायन हिंसा की घटनायें बढ़ रही है, जो चिंता का विषय है।