डॉक्टर की संदिग्ध मौत,: बेटी का आरोप-संपत्ति के लालच में नातायत पत्नी ने हत्या कर शव फंदे पर लटकाया, एसपी को दी शिकायत
भीलवाड़ा बीएचएन। शहर के आजाद नगर में रहने वाले एक डॉक्टर कालूराम हाड़ा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की बेटी ने
आरोप लगाया कि संपत्ति के लालच में उसके पिता की नातायत पत्नी सहित दो लोगों ने हत्या कर दी और शव को फंदे सेे लटका दिया और बिना पुलिस कार्रवाई व पोस्टमार्टम करवाये शव का दाह-संस्कार भी तुरत-फुरत में करवा दिया। मृतक की बेटी ने इन आरोपों को लेकर बुधवार को जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत देते हुये कहा कि उसे प्रताप नगर थाना पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं है, ऐसे में मामले की जांच डीएसपी सिटी से करवाई जाये।
भादू गांव निवासी श्रीमती घीसी देवी पत्नी रामेश्वरलाल गाडरी ने जिला पुलिस अधीक्षक को बुधवार को किसान सहकारी समिति के पास आजाद नगर निवासी सोहनी पत्नी कालूराम हाडा व अमरसिंह गुर्जर के खिलाफ शिकायत दी। घीसी ने शिकायत में बताया कि वह, कालूराम हाडा की बेटी है। उसके पिता डॉक्टर थे। मां का देहांत होने से पिता ने चित्तौडग़ढ़ जिले की सोहनी गाडरी से नाता विवाह किया था।
घीसी ने कहा कि उसे नौ फरवरी को पिता की मौत की सूचना मिली। वह, आजाद नगर गई, जहां उसके पिता को कमरे में सुला रखा था। उसने पिता की मौत का कारण पूछा तो उसे बताया गया कि वे, ऐसे ही मर गये। घीसी का आरोप है कि इसके बाद तुरत-फुरत में उसके पिता का दाह-संस्कार कर दिया गया। घीसी का आरोप है कि उसे 12 दिन बाद जानकारी मिली कि उसके पिता के साथ सोहनी देवी आये दिन मारपीट करती थी। सोहनी ने परिवादिया के पिता की प्रोपर्टी अपने नाम पर करा ली। सम्पत्ति को हडपने की नियत से सोहनी देवी व अमर सिंह गुर्जर ने आपराधिक षडयंत्र रचकर सम्पत्ति हडपने की नियत से परिवादिया के पिता के साथ मारपीट कर उनकी हत्या कर दी और साक्ष्य मिटाने की नियत से शव को फांसी के फंदे पर लटका दिया। घीसी का आरोप है कि उसके पिता की हत्या की गई। घटना के करीब 12 दिन बाद अन्य लोगों से घीसी को जानकारी मिली कि कालुराम ने फांसी लगाई है। उस समय न तो पुलिस को बुलाया गया न ही परिवारजन को सूचित किया गया और जानबुझकर बात को छुपाकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। घीसी का आरोप है कि इस घटना मे तथ्य छुपाये जा रहे हैं और आरोपितों ने प्रोपर्टी हडपने की नियत से कालुराम की हत्या कर उन्हें फांसी लगाई है व अपने नाम पर कूटरचित दस्तावेज बना लिये हैं। घीसी ने शिकायत में यह भी बताया कि एक मार्च को वह प्रताप नगर थाने में रिपोर्ट देने गई, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट लेने से ही मना कर दिया। इसी दिन पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट दी, लेकिन पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज नहीं किया। उस पर रिपोर्ट उठाने का दबाव बनाया जा रहा है। जान से मारने की धमकी दी जा रही है। घीसी ने इस मामले की जांच डीएसपी सिटी से करवाने की गुहार लगाई है। घीसी ने शिकायत में बताया कि उसे पुलिस थाना प्रतापनगर से न्याय की उम्मीद नही हैं ।