पहलगाम बड़ा आतंकवादी हमला: सेना की वर्दी में आए आतंकी, 28 हिंदु पर्यटकों को चिन्हित कर मारा ,श्रीनगर पहुंचे अमित शाह

श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आज सैन्य वर्दी में आए आतंकियों ने पर्यटकों से परिचय-पत्र मांगना शुरू कर दिया। इसके बाद जो भी पर्यटक हिंदू थे, उन्हें आतंकियों ने गोलियां मारनी शुरू कर दीं।जिसमें 28 पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल हो गए। हमले की जिम्मेदारी कश्मीर में आतंक का नया पर्याय बने लश्कर- ए-तैयबा के हिट स्क्वॉड द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है।
आतंकी हमले के बाद सरकार एक्शन में है। पीएम मोदी ने अमित शाह से फोन पर बातचीत की। उन्होंने इस घटना पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए। अमित शाह ने कहा कि इस जघन्य आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और हम अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देंगे। गृह मंत्री अमित शाह थोड़ी देर में श्रीनगर पहुंचें हैं। यहां गृह मंत्री सभी एजेंसियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक करेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। मृतकों की संख्या के बारे में अब तक हालांकि, कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गयी है। यह हमला अपराह्न करीब 1.30 बजे बैसरन मैदानी क्षेत्र में हुआ, जो पहलगाम के पास खूबसूरत लेकिन गैर-मोटर वाहन योग्य स्थान है।
हमले पर केंद्र सरकार ने तत्काल प्रतिक्रिया व्यक्त की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा का नेतृत्व करने के लिए श्रीनगर पहुंचे। श्री शाह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी घटना के बारे में जानकारी दी, जो वर्तमान में सऊदी अरब की आधिकारिक यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों ने अपराधियों को नहीं बख्शने का प्रण लिया है।
अधिकारियों ने बताया कि बंदूकधारियों ने बैसरन में पर्यटकों के एक समूह पर गोलीबारी की, जिसमें बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक पर्यटक महिला रोती हुई कह रही है कि वे ‘भेल पुरी’ खा रहे थे, तभी एक आतंकवादी ने उसके पति को गोली मार दी। वीडियो में एक और महिला रोती हुई अपने पति को बचाने के लिए मदद मांग रही है।
यूनीवार्ता को कई अपुष्ट सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी हमले में 27 से अधिक पर्यटक मारे गये हैं।
अधिकारियों ने बताया कि आठ घायलों को पहलगाम के एक चिकित्सा केंद्र में लाया गया और उनमें से दो को गंभीर हालत में श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर वाहनों से नहीं पहुंचा जा सकता और सुरक्षा बलों को पैदल ही घटनास्थल पर भेजा गया है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि हमलावरों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। वह केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा और कानून व्यवस्था की देखरेख करते हैं।
गौरतलब है कि 2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह पहला बड़ा आतंकवादी हमला है। पिछला बड़ा आतंकवादी हमला 14 फरवरी, 2019 को हुआ था, जब जैश-ए-मोहम्मद के एक स्थानीय आत्मघाती हमलावर आदिल डार ने लेथपोरा पुलवामा में अपनी विस्फोटकों से भरी कार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दिया था, जिसमें बल के 40 जवान मारे गये थे।
सेना की वर्दी में आए थे आतंकी, हिंदुओं को चिन्हित कर मारा
जहां हमला हुआ, वहां पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। आतंकियों ने इसी का फायदा उठाया। वे सैन्य वर्दी में आए और पर्यटकों से परिचय-पत्र मांगना शुरू कर दिया। इसके बाद जो भी पर्यटक हिंदू थे, उन्हें आतंकियों ने गोलियां मारनी शुरू कर दीं। हमले की सूचना मिलने और मौके पर पहुंचने में सुरक्षा बलों को 30 मिनट का समय लगा। आतंकी इस दौरान पहाड़ियों की तरफ भाग गए। उनके मारे जाने या पकड़े जाने की फिलहाल कोई सूचना नहीं है।
गृह मंत्री की हाई लेवल बैठक शुरू
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद श्रीनगर पहुंचे हैं। उन्होंने सभी एजेंसियों के साथ एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने व्यक्त की संवेदना
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी पहलगाम हमले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उषा और मैं भारत के पहलगाम में हुए विनाशकारी आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। पिछले कुछ दिनों में, हम इस देश और इसके लोगों की खूबसूरती से अभिभूत हैं। इस भयावह हमले पर शोक जताते हुए हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके साथ हैं।
'निर्दोष नागरिकों पर यह नृशंस हमला कायरतापूर्ण'
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि पहलगाम (जम्मू और कश्मीर) में आतंकवादी हमले की खबर से बहुत दुख हुआ। निर्दोष नागरिकों पर यह नृशंस हमला कायरतापूर्ण और अत्यधिक निंदनीय कृत्य है।
आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले में पर्यटकों के मारे जाने और कई लोगों के घायल होने की खबर बेहद निंदनीय और दिल दहलाने वाली है। मैं शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं। आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। सरकार जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य होने के खोखले दावों के बजाय अब जवाबदेही लेते हुए ठोस कदम उठाए ताकि आगे ऐसी बर्बर घटनाएं न होने पाएं और निर्दोष भारतीय यूं अपनी जान न गंवाएं।'