प्रताप नगर थाना क्षेत्र में गाय के अबशेष मिलने से माहौल गरमाया: मोखमपुरा डेथ के बाद श्वानो बछड़े को नोंचाल, लोग अफवाहों पर ध्यान नहीं दे
भीलवाड़ा हलचल होली से 1 दिन पहले समाज कंटकों द्वारा माहौल खराब करने का प्रयास किया गया है प्रताप नगर थाना क्षेत्र में गाय के अवशेष मिलने से हिंदू संगठनों में आक्रोश व्याप्त हो गया ।बड़ी संख्या में लोग जमा होकr आरोपियों को पकड़ने की मांग शुरू कर दी घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। गाय की कटी मुड़की और अन्य अवशेषों का पशु चिकित्सालम में पोस्टमार्टम कराया तीन डॉक्टर्स की टीम ने देर रात खुलासा किया कि डॉग द्वारा इसे नोंचा गया है
जानकारी के अनुसार मोखमपुरा में बुधवार रात गाय का कटा हुआ सिर और अन्य अवशेष मिलने से लोगों में आक्रोश फैल गया। जानकारी मिलने पर हिंदू संगठन के नेता और कार्यकर्ता वहां पहुंच गए इस घटना को लेकर लोगों ने रोष जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तार की मांग की। उधर घटना की जानकारी मिलने पर उप पुलिस अधीक्षक श्याम सुंदर ,मनीष बडगूजर के साथ ही चारों थाना प्रभारी और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर और बाद में पशु चिकित्सालय पहुंचे
पशु चिकित्सालय के निकट बड़ी संख्या मे पुलिस कर्मी तैनात फोटो अंकुर
पशु चिकित्सालय के निकट भी बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गए जिन्होंने वहां आसपास लगी तीन केबिनो को उलट दिया।
आकर्षित लोगों ने 3 कैबिनेट पलटी फोटो अंकुर सनाढ्य
माहौल को गर्माता देख शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिसकर्मी तैनात किए गए। पुलिस के आला अधिकारी स्थिति पर निगाह रखे हुए हैं।
हिंदू संगठनों ने इस घटना को होली के त्यौहार को बिगड़ने का आरोप लगाया वहीं महामंडलेश्वर हंसराम उदासीन भी पशु चिकित्सालय पहुंचे और घटना की जानकारी ली उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है ओर आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की मांग की
डॉग बाइट का मामला
डॉक्टर एके सिंह ने बताया कि यह बछड़ा 2 से 3 दिन उम्र का है और इसकी गया है ।इसे किसी भी प्रकार के हथियार या अन्य तरीके से काटा नहीं गया है।इसकी कान और अन्य चमड़ी पर भी खरोच,रगड़ और चोट के निशान पाए गए।पूरे एग्जामिन प्रोसेस की वीडियोग्राफी करवाई गई और बारीकी से गौ भक्तों को इसके बारे में समझाया गया ।प्रशासन द्वारा मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला पशु चिकित्सालय में इसका पोस्टमार्टम करवाया गया जहां डॉक्टर ने इसे डॉग बाइट बताया लेकिन पब्लिक के सेटिस्फाई नहीं होने पर तीन डॉक्टरों की टीम गठित की गई और पुर पशु चिकित्सालय में इसका दोबारा एग्जामिन करवाया गया ।