उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू, , पीएम मोदी ने डाला पहला वोट , राधाकृष्णन के सामने सुदर्शन ?

पीएम मोदी ने डाला पहला वोट,
बीजद-बीआरएस रहे तटस्थ,
आप कर रही विपक्षी उम्मीदवार रेड्डी का समर्थन,
लेकिन आंकड़ों में राजग को भारी बढ़त
नई दिल्ली।जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद आज उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो रहे हैं।राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी के खिलाफ बढ़त बनाए हुए हैं। हालांकि, क्रॉस वोटिंग की भी आशंकाए हैं। मतदान संसद भवन में सुबह 10 बजे से शुरू हो गया है, जो शाम 5 बजे तक चलेगा और मतगणना शाम 6 बजे शुरू होगी। परिणाम देर शाम तक आने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए पहला वोट डाला
उपराष्ट्रपति चुनाव से कुछ घंटे पहले सीपी राधाकृष्णन ने लोधी रोड स्थित राम मंदिर में पूजा-अर्चना की. वोटिंग से पहले जेडीयू सांसद लवली आनंद ने उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर कहा, “एनडीए जीतेगा… उनसे बेहतर उम्मीदवार कोई नहीं है. हम एनडीए उम्मीदवार को ही वोट देंगे. सभी एकजुट हैं. वह निश्चित रूप से जीतेंगे.” वहीं, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “मैं उन सभी नेताओं का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने सोमवार को किए गए मॉक पोल सेशन में हिस्सा लिया. मुझे पूरा भरोसा है कि उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी देश के अगले उपराष्ट्रपति बनेंगे.”
उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले सोमवार को संसद के भीतर सियासी हलचल चरम पर रही। राजग और विपक्षी गठबंधन आईएनडीआइए ने अपने सांसदों को साधने के लिए अलग-अलग बैठकें कीं। भाजपा की कार्यशाला में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहे, वहीं विपक्ष ने सोनिया गांधी, खरगे और शरद पवार की मौजूदगी में मॉक वोटिंग कर रणनीति तय की।
हालांकि, चुनावी गणित साफ संकेत दे रहा है कि **राजग उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन की जीत लगभग तय है।** लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर राजग के पास 422 सांसद हैं। जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस के 11 सांसदों का समर्थन मिलने के बाद यह आंकड़ा 433 तक पहुंच जाता है।
विपक्ष के पास लोकसभा और राज्यसभा मिलाकर कुल 324 सांसद हैं। उन्हें बीजद और बीआरएस से उम्मीद थी, मगर दोनों ने वोटिंग से किनारा कर लिया। आम आदमी पार्टी रेड्डी का समर्थन कर रही है, लेकिन उसके भीतर भी क्रॉस वोटिंग की आशंका जताई जा रही है।
बसपा ने औपचारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन उसके अकेले सांसद रामजी गौतम के वोट का झुकाव राजग की ओर माना जा रहा है। अकाली दल और जेपीएम जैसी छोटी पार्टियों ने भी अभी अपना रुख साफ नहीं किया है।
संविधान के मुताबिक उपराष्ट्रपति चुनाव में व्हिप लागू नहीं होता, लिहाज़ा क्रॉस वोटिंग पर किसी सांसद की सदस्यता पर असर नहीं होगा। यही कारण है कि राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा गर्म है कि मंगलवार को कितने सांसद पाला बदलेंगे।
आंकड़ों की बिसात पर नतीजा पहले से तय नज़र आ रहा है—**उपराष्ट्रपति भवन की कुर्सी पर राधाकृष्णन का बैठना लगभग सुनिश्चित है।
