किसान ने खेत में बो दिए रुपए

नागौर। जिले में फसल नुकसान से परेशान एक किसान ने अपना दर्द अनोखे तरीके से व्यक्त किया। मल्लाराम बावरी नामक किसान की कपास की फसल भारी बारिश से पूरी तरह बर्बाद हो गई। बैंक से 1 लाख रुपए का कर्ज लेकर बोई गई फसल से उपज मात्र 4 हजार रुपए की ही हुई। मुआवजा व बीमा राहत के लिए विभागों के चक्कर काटने के बावजूद उसे कोई सहायता नहीं मिली।
किसान की पीड़ा ऐसी थी कि उसने अपनी मेहनत की कमाई के यही 4 हजार रुपए खेत में बो दिए। उसने खेत की मिट्टी में 500-500 के नोट दबा दिए और सिंचाई के लिए पानी भी छोड़ दिया। उसका कहना था कि वह नोटों की फसल उगाने की उम्मीद नहीं कर रहा, बल्कि अपनी बेबसी को इसी तरीके से लोगों तक पहुंचाना चाहता है।
किसान ने बताया कि बारिश के दिनों में खेतों में पानी भर गया था और महीनों की मेहनत पर पानी फिर गया। नुकसान का आकलन करवाने के बावजूद कोई मुआवजा नहीं मिला। निराश होकर उसने प्रतीकात्मक रूप से उपज के पैसे खेत में बोकर अपनी व्यथा समाज और सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया।
