भीलवाड़ा में नकली और मिलावटी पनीर बेचने और बनाने वालो की खैर नहीं!

भीलवाड़ा हलचल भीलवाड़ा में ही नहीं देश में अब नकली और मिलावटी पनीर बेचने और बनाने वालो के खिलाफ सरकार सख्त रुख अपनाने जा रही हे . केंद्र सरकार ने फास्ट फूड दुकानों, रेस्तरां और अन्य बाजारों में नकली और मिलावटी पनीर की बिक्री के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है। ऐसे पनीर से स्वास्थ्य पर खराब असर पद रहा हे .
भीलवाड़ा पनीर से बने व्यंजनों की मांग तेजी से बढ़ रही है. पनीर टिक्का, पनीर बटर मसाला, पनीर मंचूरियन जैसी डिशेज हर घर और रेस्तरां में पसंद की जाती हैं. लेकिन इस लोकप्रियता के चलते बाजार में नकली पनीर की भरमार हो गई है.
देश भर से आ रही शिकायतों पर खाद्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को इस बारे में कार्यवाही के लिए लिखा . देश भर के स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में जोशी ने कहा कि उपभोक्ताओं ने राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन पोर्टल पर कई शिकायतें दर्ज कराई हैं, जिसमें देशभर में नकली और मिलावटी पनीर की बिक्री की बात कही गई है।जोशी ने कहा कि ऐसे नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय से आवश्यक उपाय करने का अनुरोध किया, ताकि देश भर में खाद्य सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जा सके।
जोशी ने कहा कि बाजार में नकली और मिलावटी पनीर की बिक्री के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता बढ़ रही है। इन घटनाओं के कारण खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर सार्वजनिक चिंता और शिकायतें बढ़ रही हैं, खासकर उन उपभोक्ताओं के बीच जो पोषण के प्राथमिक स्त्रोत के रूप में पनीर पर निर्भर हैं।
भीलवाड़ा में दूध की जगह सोयाबीन और अन्य सामाग्री से पनीर बनाया जा रहा हे मगर स्वाथ्य महकमा मूक दर्शक बना हे .ऐसा पनीर होटलो समारोह थडियो पर काम लिया जा रहा हे .अब देखना हे की केंद्र के निर्दशों की कहा तक पालना होती हे
कार्रवाई के नाम होता है जुर्माना
जब कोई प्रॉडक्ट अनसेफ, सब-स्टैंडर्ड और मिस ब्रांड मिलता है तो उन मामलों में बस जुर्माने तक कार्रवाई सीमित रह जाती है। जुर्माने की वसूली धीमी होने की वजह से दुकानदारों पर कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। अधिकारी बताते हैं कि मिस ब्रांड के मामले में जुर्माना किए जाने का नियम है, जबकि अनसेफ वाले मामले में सजा और जुर्माना दोनों का प्रावधान है। वहीं दूसरी तरफ सूत्र बताते हैं कि सजा के मामले बहुत कम होते हैं। इस वजह से व्यापारियों के मिलावटखोरों का हौसले बुलंद रहते हैं।.
ऐसे कर सकते हैं असली और मिलावटी की पहचान
आयोडीन टिंचर की मदद से
सबसे पहले पनीर को पानी में उबालें, जब ये ठंडा हो जाए तो पनीर पर कुछ बूंदें आयोडीन टिंचर की डालें। अगर पनीर कुछ देर में नीला नजर आए तो समझ जाइए कि पनीर मिलावटी है।
मसलकर देखें
पनीर का एक छोटा टुकड़ा लें और उसे हाथों से मसलकर देखें। अगर पनीर टूटकर बिखरने लगे तो समझिए कि पनीर नकली है। दरअसल नकली पनीर में मौजूद स्किम्ड मिल्क पाउडर ज्यादा दबाव सहन नहीं कर पाता और दबाव पड़ते ही बिखर जाता है।
दाल या सोयाबीन का इस्तेमाल
सबसे पहले पनीर को पानी में उबाल लें। जब ठंडा हो जाए तो सोयाबीन या अरहर दाल का पाउडर पनीर पर डालें। 10 मिनट बाद अगर पनीर का रंग लाल होना शुरू कर दे तो समझिए कि पनीर डिटर्जेंट या यूरिया की मिलावट की गई है।