दर्दनाक हादसा: स्कूल भवन की छत ढहने से सात बच्चों की मौत

झालावाड़ ! झालावाड़ के मनोहरथाना में विद्यालय भवन की छत गिरने से बड़ा हादसा हुआ है. हादसे में पढ़ाई कर रहे 7 बच्चों की मौत हो गई है. वहीं 15 घायल बच्चों का इलाज चल रहा है. मौके पर रेस्क्यू कार्य पूरा हो गया है. घायल बच्चों को मनोहरथाना CHC में इलाज चल रहा है.
इस हादसे पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दुःख जताया है. उन्होंने X पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि झालावाड़ के पीपलोदी में विद्यालय की छत गिरने से हुआ दर्दनाक हादसा अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है. घायल बच्चों के समुचित उपचार सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। ईश्वर दिवंगत दिव्य आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें तथा शोकाकुल परिजनों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति दें.
झालावाड़ के मनोहरथाना में हादसे में बच्चों की मौत, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जताया दुःख
वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जिला कलेक्टर एवं अधिकारियों को उपचार में कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि घायलों को बेहतर इलाज मिले. पूरे मामले की निश्चित रूप से जांच की जाएगी और लापरवाहों पर कार्रवाई होगी. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शिक्षा मंत्री को तुरंत मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं. मंत्री मदन दिलावर मनोहरथाना पिपलोदी के लिए रवाना हो गए हैं.
हादसे की मुख्य जानकारी:
घटना सवेरे 9 बजे के करीब तब हुई जब बच्चे प्रार्थना सभा में जुटे थे। अचानक छत भरभराकर नीचे गिर गई, जिससे मलबे में कई बच्चे दब गशुरुआती रिपोर्टों में संकेत है कि7 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 18–45 बच्चे अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। संख्या समय के साथ बढ़ भी सकती है।ग्रामीणों, शिक्षकों और स्कूल स्टाफ ने हाथों-हाथ मलबा हटाकर घायल बच्चों को बाहर निकाला। बाद में जेसीबी मशीनों की मदद ली गई।
आपात बचाव और प्रशासनिक पह
जिला प्रशासन, पुलिस और शिक्षा विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव अभियान संचालित कर रही है। मलबे से बच्चों को निकालने का काम युद्ध स्तर पर जारी है
घायल बच्चों को मनोहरथाना CHC अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राथमिक उपचार के बाद कुछ को झालावाड़ जिला अस्पताल रेफ़र कर दिया गया है। गंभीर हालत में बच्चों का इलाज चल रहा हे जानकारी में यह भी सामने है कि मलबे में दबे सभी बच्चे 7वीं कक्षा के थे। जिस समय हादसा हुआ उसमें बच्चे अपने कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे।
घटना स्थल पर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया है। टीमों को स्कूल भवन की जर्जर स्थिति की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
गहलोत ने जताया दुख
घटना पर दुख जताते हुए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, "झालावाड़ के मनोहरथाना में एक सरकारी स्कूल की इमारत गिरने की खबर आ रही है, जिसमें कई बच्चे और शिक्षक हताहत हुए हैं। मैं ईश्वर से कम से कम जनहानि और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।"
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
हादसे पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिवंगत दिव्य आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। साथ ही उन्होंने हादसे की जांच के निर्देश भी दिए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी जताया दुख
पीपलोदी, मनोहरथाना के स्कूल भवन में हुआ हादसा अत्यंत दुःखद और पीड़ादायक है। जनहानि और कई बच्चों के घायल होने का समाचार हृदयविदारक है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत मासूम आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिजनों को इस असहनीय पीड़ा को सहन करने की शक्ति दें। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करती हूं।
डोटासरा बोले- सरकारी तंत्र की लापरवाही मासूमों की मौत की जिम्मेदार
घटना पर दुख जताते हुए डोटासरा ने सरकार पर निशाना साधा। सिस्टम की लापरवाही को हादसे का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मासूमों की जान सिर्फ लापरवाही की वजह से गई है। मां-बाप से बहुत सपने देखकर बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए स्कूल भेजा होगा लेकिन सरकारी तंत्र इतना लापरवाह हो गया कि यही संज्ञान नहीं ले सका कि ये भवन बच्चों के सुरक्षित है कि नहीं। हमें इस घटना से सीख लेकर जिम्मेदारी जरूर लेनी चाहिए। हमें उन विद्यायल जो जर्जर हैं, बच्चों के सुरक्षित नहीं हैं, वहां से बच्चों को दूसरी जगह बच्चों को शिफ्ट करना चाहिए। जब तक वहां नया भवन न बने या मरम्मत न हो जाए तब तक बच्चों को शिक्षा कहीं और सुचारू रूप से कराई जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख, मदद का दिया आश्वासन
झालावाड़ स्कूल हादसे में बच्चों की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख प्रकट किया। ट्वीट के माध्यम से पीएम ने कहा, 'दुर्घटना अत्यंत दुःखद है। इस कठिन घड़ी में मेरी संवेदनाएं प्रभावित छात्रों और उनके परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।' साथ ही प्रधानमंत्री ने हर संभव मदद की बात भी कही।
