युवक को अगवा कर बंधक बनाया, बेरहमी से पीटा, संडासी से नाखून तोड़े, पेशाब पिलाने की कोशिश, पुलिस ने करवाया मुक्त
भीलवाड़ा‘प्रेमकुमार गढ़वाल । घर के बाहर बैठे युवक को एक वाहन से आये लोगों ने अगवा करने के बाद इधर-उधर घूमाते हुये मारपीट की। बाद में उसे बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा और बर्बरतापूर्वक संडासी से हाथ के नाखून तक तोड़ दिये। इतना ही नहीं, पीडि़त युवक को जबरन पेशाब पिलाने की कोशिश भी की गई। पुलिस ने युवक को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करवाते हुये उसका मेडिकल व प्राथमिक उपचार करवाया। साथ ही 13 नामजद लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इनमें एक ऐसा शख्स भी है, जो खुद को पत्रकार बताता है। उधर, 2 आरोपितों को पुलिस ने डिटेन कर लिया, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
आसींद पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सुराज निवासी अशोक 20 पुत्र रतनलाल खटीक ने 13 नामजद लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दी कि 20 जून की रात साढ़े दस से ग्यारह बजे के बीच वह घर के बाहर बैठकर मोबाइल चला रहा था, तभी सामने से एक कार आई, जो घर के बाहर रुकी। वह, कुछ समझ पाता, इससे पहले ही कार से आरोपित किशोर सिंह व उसके साथी ने उसका मुंह दबा दिया और कार में डालकर अगवा कर लिया। कार में जसवंत सिंह व उसके साथी परिवादी अशोक के उपर बैठ गये और गाली-गलौच करते हुये 5 आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की। रात 1 बजे तक उसे इधर-उधर घुमाते रहे । इसके बाद परिवादी अशोक को ये लोग, किशोर सिंह के घर के बेसमेेंट में ले गये और बंधक बनाकर लाठी-डंडों औश्र सरियों से बेरहमी से मारपीट की। जसवंत सिंह ने अशोक का मुंह दबा कर उसे पेशाब पिलाने की कोशिश की। इसके बाद जसवंत सिंह ने संडासी से अशोक के हाथों के नाखून तोड़ दिए । फोन और जेब में रखे 5000 रुपये निकाल लिये। उसका गला दबा दिया। बेसमेंट में होने से उसकी आवाज कोई नहीं सुन सका। जसवत सिंह ने उसे धक्का देकर नीचे गिरा दिया और मुंह पर पैर रख कर जातिगत गाली देते हुये कहा कि तेरा यह हाल करुंगा कि तेरे परिवार, रिस्तेदार और पुलिस भी नहीं ढूंढ पायेगी । अशोक को जान से मारने की नीयत से मारपीट की।
पुलिस पहुंची, युवक को करवाया मुक्त
पुलिस का कहना है कि सुबह करीब 5 बजे वारदात की सूचना मिली। पुलिस टीम ने उक्त मकान पर दबिश देकर बेसमेंट में बंधक अशोक को मुक्त करवाया। साथ ही उसे अस्पताल ले जाकर उसका उपचार व मेडिकल भी करवाया गया। पीडि़त का कहना है कि अगर पुलिस मौके पर नहीं आती तो ये आरोपित उसे जान से मार देते। पीडि़त ने इन लोगों से उसे व परिवार को जान से खतरा होने की बात भी रिपोर्ट में कही है।
इसलिये की युवक पर बर्बरता
अशोक के पास एक प्लॉट है, जिस पर 40 साल से उसी का कब्जा है। आरोपितों ने 10-12 दिन पहले जसवंत सिंह के साथ मिलकर इस प्लॉट पर कब्जा करने की कोशिश कर गाली-गलौच की। इसे लेकर आसींद थाने में केस दर्ज करवाया था। इसी का बदला लेने के लिए आरोपित तिलोक सिंह, सुरेन्द्र सिंह और जसवंत सिंह मिलकर परिवादी पक्ष पर मुकदमा उठाने के लिए लगातार दवाव बना धमकियां दे रहे थे। जसवंत सिंह बार-बार अशोक को बोल रहा था कि मुकदमा उठा ले वरना में पत्रकार हुं। तेरे पर कुछ भी कार्रवाही करवा सकता हूँ । मेरी पहुंच उपर तक है । इनके साथी तिलोक सिंह, सुरेन्द्र सिंह ने परिवादी,उसके पिता व भाई को जातिगत अपमानित कर रिपोर्ट उठा लेने के लिए कहा। साथ ही धमकी दी कि अगर ऐसा नहीं किया तो गांव से बाहर निकाल देंगे। मकान हड़प लेंगे ।
डीएसपी ने शुरु की जांच, दो आरोपित डिटेन
आसींद पुलिस का कहना है कि अशोक की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध धारा 341, 323, 342, 365. 379 आईपीसी व एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया। इसकी जांच डीएसपी आसींद हेमंत कुमार ने शुरु की है। दो आरोपितों को डिटेन किया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज
पीडि़त अशोक की रिपोर्ट पर पुलिस ने जसवंत सिंह रावत निवासी बुलिया का कुआ, सुराज, जीवन सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह रावत सुराज, तिलोक सिंह पुत्र प्रताप सिंह रावत सुराज, सुरेन्द्र सिंह पुत्र प्रताप सिंह रावत निवासी सुराज, कुशाल सिंह पुत्र सुरेन्द्र सिंह रावत सुराज, गैरु सिंह पुत्र चेन सिंह रावत सुराज, संतु सिंह पुत्र प्रेम सिंह रावत रुणारेल, माधु सिंह पुत्र जीवण रावत रुणारेल, किशोर सिंह पुत्र दीप सिंह रावत रुणारेल, जसवंत सिंह रावत लालपूरा कार मालिक, मनीषा देवी रावत लालपूरा, इंद्रा रावत लालपूरा, चम्पा देवी पत्नी भंवर सिंह रावत निवासी लालपूरा।