खेल-खेल में सीख रहे संस्कृत

खेल-खेल में सीख रहे संस्कृत

भीलवाड़ा। शास्त्री नगर स्थित आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय में संस्कृत भारती द्वारा आयोजित संस्कृत भाषा बोधन वर्ग के तीसरे दिन विद्यार्थियों ने द्वितीया विभक्ति, षष्ठी विभक्ति, सप्तमी विभक्ति पठन, खेल खेल में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के द्वारा शिक्षण करवाया जा रहा है। जिसमें नामस्मरण, समविषम संख्या कथन, आकाश, भूमि, पाताल, विंशति गच्छति, संख्या निर्माण, नायक अन्वेषण आदि प्रमुख गतिविधियां रही। अकारांत स्त्रीलिंग, इकरांत स्त्रीलिंग, लृट् लकार, अकारांत पुल्लिंग, नपुंसकलिंग शब्द रुपों एवं धातु रुपों का ज्ञान वर्गार्थियों को करवाया गया।

वर्ग संयोजक पंडित विष्णु पाराशर ने बताया कि शिविर में प्रतिदिन शिक्षार्थी 4:45 बजे से रात्रि 10:15 बजे तक अनेक प्रकार की गतिविधियों से संभाषण सीख रहे हैं । वर्ग में शिक्षकों के द्वारा संस्कृत का महत्व और संभाषण के महत्व पर चर्चा की गई जिसमें प्रांत सह मंत्री मधुसूदन शर्मा, शिक्षण प्रमुख ओम प्रकाश साहू, शिक्षिका ममता कटारिया ने विचार व्यक्त किए। विभाग संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने बताया कि रात्रि में आयोजित प्रतिभा प्रदर्शन में श्लोक पाठ स्पर्धा और समूह गीत स्पर्धा का आयोजन किया गया जिसमें शिक्षार्थियों ने सुंदर लय, ताल के साथ श्लोक वचन और समूह गीतों का गायन किया। वर्ग में विभाग संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत, वर्ग संयोजक पण्डित विष्णु पाराशर, वर्ग पालक मीठालाल माली, जगदीश चंद्र शर्मा, कृष्ण गोपाल तिवारी, आशुतोष त्रिवेदी, जगदीश शर्मा, अभिषेक प्रजापति, देवेन्द्र शर्मा, मृगनयनी, अर्चना गुर्जर वर्ग को सफल बनाने में लगे हुए हैं।

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