श्री देवनारायण मन्दिर के रास्ते से अतिक्रमण हटाने की मांग

पुर। उपनगर पुर के लोगो ने धार्मिक स्थल श्री देवनारायण (देवदात्या) मन्दिर के रास्ते पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के सम्बंध में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौपा। तोताराम माली ने बताया कि प्राचीन धार्मिक स्थल श्री देवनारायण (देवदात्या) मन्दिर के रास्ते पर पातोला तालाब से श्री देवनारायण मन्दिर तक 2 किमी के कच्चे रास्ते में झाडियों, अंग्रेजी बबूल, पंचफूली (जरमनी) पौधों के उग आने से क्षेत्र के काश्तकारों व यात्रियों को परेशानी आ रही है। उक्त क्षेत्र में कई काश्तकारों के खेत है तथा यह रास्ता पुर-समोडी-मेजा/माण्डल का सीधा पुराना रास्ता है। जिससे क्षेत्रवासियों के लिए भी अत्यन्त उपयोगी है।नजदीक ही सघन जंगल होने से पैंथर, शिकारी कुत्ते व अन्य जंगली जानवर भी रहते है। इस रास्ते गुजरने वाले व्यक्तियों पर जान का खतरा भी बना रहता है।

साथ ही असामाजिक तत्वों द्वारा भी छिपकर किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की आशंका बनी रहती है।श्याम लाल माली ने बताया कि प्राचीन धार्मिक स्थल श्री देवनारायण (देवदात्या) मन्दिर के रास्ते पर चारागाह आराजी नं. 6727, 6748 एवं 6770 पर अतिक्रमियों द्वारा पत्थर चिनाई कर अवैध कब्जा कर लिया है। जिससे श्री देवनारायण (देवदात्या) मन्दि तक वाहनों एवं आमजन के आवागमन में कठिनाई उत्पन्न हो गयी है। चूंकि यह मन्दिर प्राचीन है तथा आमजन के इस स्थान पर आने-जाने के लिए यही एकमात्र रास्ता है। एकमात्र मार्ग के अवरूद्ध होने से क्षेत्र के काश्तकारों एवं जातरूओं में गम्भीर रोष व्याप्त एवं अतिक्रमण नहीं हटने पर गम्भीर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। 5-6 माह पहले भी इन अतिक्रमियों को पुर पटवारी द्वारा अतिक्रमण न करने के लिए पाबन्द किया गया था किन्तु इन्होने अवहेलना कर पुनः रास्ते को अवरूद्ध कर दिया है। गांव वालों ने धार्मिक स्थल पर आने जाने वाले रास्ते से अतिक्रमण को शीघ्र हटाने के लिए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा। इस अवसर पर कन्हैया लाल प्रजापत, कैलाश माली, कालू माली, राधेश्याम माली एवं गांव के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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