सेवा कार्यो के लिए भाविप में अधिक से अधिक युवाओं को जोड़े- दत्तात्रेय

भीलवाड़ा। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय भाई ने कहा कि भारत विकास परिषद की पहचान सम्पर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा व समर्पण से है। परिषद में अधिक से अधिक युवाओं को जोड़े ताकि सेवा कार्यो में बढ़ोतरी हो और परिषद की नींव भी मजबुत हो सके। दत्तात्रेय भाई बीती रात भारत विकास परिषद उत्तर पश्चिम रीजन के रीजनल एवं प्रांतीय दायित्वधारीयों की ऑनलाइन बैठक में संबोधित कर रहे थे। अध्यक्ष उद्बोधन में रीजन अध्यक्ष डॉक्टर त्रिभुवन शर्मा ने कहा कि हमें परिषद में ऐसे युवा वर्ग को जोडऩा है जो समाज के अंदर प्रबुद्ध वर्ग में प्रवेश कर चुका है। हमें युवा शाखा नाम से शाखा को बढ़ाना नहीं है, बल्कि शाखाओं में युवा शक्ति को बढ़ाना है। बैठक में 71 सदस्यों की सहभागिता रही। रीजनल महासचिव संदीप बाल्दी ने अप्रैल व मई में आयोजित प्रांतीय कार्यशाला एवं जिला कार्यशालाओं की रिपोर्ट सदन के समक्ष रखी। उन्होंने कहा कि परिषद के 10 जुलाई स्थापना दिवस तक चलने वाले सेवा पखवाड़े के लिए रीजन के सभी प्रांत की हर शाखा कम से कम पांच युवा सदस्य बनाएं। रीजनल वित्त सचिव राकेश गुप्ता ने सदन के समक्ष प्रांत के अंकेक्षण की रिपोर्ट सदन के समक्ष रखी और आग्रह किया कि 30 जून तक सभी प्रांत अपनी ऑडिटेड बैलेंस शीट आवश्यक प्रपत्र के साथ रीजन को प्रेषित करे। रीजन में नई शाखाओं के खुलने, नई शाखाओं के संभावित स्थान, सदस्यता संख्या और लक्ष्य के अनुरूप सदस्यता कार्य योजना विषय पर रीजन के तीनों संयुक्त महासचिव ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।

विनोद आढा ने राजस्थान उत्तर -पश्चिमी एवं मध्य प्रांत, कमल सुरेखा ने दक्षिण पूर्व एवं दक्षिण प्रांत की और डॉक्टर शिवदयाल मंगल ने उत्तर पूर्व एवं पूर्व प्रांत की रिपोर्ट सदन के समक्ष रखी। रीजन में कुल 9822 सदस्यों का अंशदान केंद्रीय कार्यालय को भेज दिया गया है और 8 नई शाखाएं भी प्रारंभ हो गई है। बैठक में मध्य प्रांतीय अध्यक्ष गोविन्द प्रसाद सोडानी, मध्य प्रांत महासचिव आनंद सिंह राठौड़, संयुक्त महासचिव रजनीकांत आचार्य, वित्त सचिव शिवम प्रहलादका, सहित रीजन के सभी प्रांत से प्रांतीय अध्यक्ष, उपाध्यक्ष संस्कार, उपाध्यक्ष सेवा, संपर्क प्रमुख, महासचिव, वित्तसचिव, संगठन सचिव, महिला संयोजिका और पर्यावरण प्रमुख ने भाग लिया।

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