बारिश के इंतजार में आधा बीता आषाढ, भरपूर बरसात नहीं होने से किसान चिंतित

आटूण (मदनलाल वैष्णव) आषाढ का महीना आधा बीत चुका है और 14 दिन बाद श्रावण माह शुरू हो जाएगा, लेकिन बारिश का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। उमस भरी गर्मी से आमजन बेतहाशा परेशान हैं। हालांकि पिछले दो दिन से जिले में बादलों की आवाजाही एकाएक बढ़ने से धूप से तो बचाव हो रहा था, लेकिन शनिवार को उमस के कारण लोग परेशान नजर आये। ऐसे में लोग जल्द ही बारिश होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। जिले में कुछेक स्थानों पर तो अच्छी बरसात होने से किसान खेतों में मक्का, कपास,उड़द, मूंग की फसलों की निराई गुड़ाई में लगे हुए है ।
भरपूर बारिश नहीं होने से खेतों में बुवाई कर चुके किसान मानसून की बेरुखी से चिंतित हैं। आधा आषाढ़ लगभग सूखा ही बीत गया है, लेकिन खेती के मुताबिक बारिश बहुत ही कम ही हुई है । जिले के सभी जलाशय अब भी रीते हैंं। बारिश इतनी भी नहीं हो पाई की तालाब के खड्डे भी भर सकें।
इंद्रदेव व मेघों की बेरुखी के कारण क्षेत्र के धरतीपुत्रों के माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं। करीब 20 दिन का समय बीत जाने के बाद क्षेत्र में पसीने से सींच कर खेतोंं में तैयार की गई खरीफ की फसल सूखने के कगार पर पहुंच चुकी है। किसानों ने बताया कि कुछ और दिनों तक यदि अच्छी बारिश नहीं हुई तो सारी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी ।