मौत से मिला तो ज़िन्दगी का हिसाब भूल गया
भीलवाड़ा । जिला साहित्यकार परिषद् द्वारा काव्य गोष्ठी स्थानीय सिन्धुनगर स्थित हेमू कालानी सिन्धी शिक्षण संस्था भवन में आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता दयाराम मेठानी ने की एवं संचालन महेन्द्र शर्मा ने किया। काव्य गोष्ठी में कवियों ने गुरु पूर्णिमा से संबंधित रचनाओं केे अलावा विभिन्न विषयों पर ग़ज़ल, गीतिका, गीत व मुक्त छंद में भी रचानायें प्रस्तुत की।
काव्य गोष्ठी सरस्वती वंदना से आरंभ हुई। काव्य गोष्ठी में दीपिका शर्मा ने ‘‘केवट के खिवैया स्वयं राम है’’, चिरंजीलाल टांक ने ‘‘हरियाली का देश हमारा’’, हीरो वाधवानी ने ‘‘जो आपके पास है कभी आपका नहीं होता’’, अपेक्षा व्यास ने ‘‘बंद पलकों में कोई ख्वाब़ नया होता है’’, बृजसुंदर सोनी ने ‘‘आइना तो अक्स हुआ करता है’’, अवधेश जौहरी ने ‘‘लब है खामोश आंख भी नम है’’, अजीज़ ज़ख्मी ने ‘‘मौत से मिला तो ज़िन्दगी का हिसाब भूल गया’’, महेन्द्र शर्मा ने ‘‘जीवन हो तो यों जीवन हो, तन काशी मन वृन्दावन हो’’, दयाराम मेठानी ने ‘‘जीवन में संयम रखना हम सब भूल गये’’ सुनाकर वाहवाही लूटी।
गोष्ठी में गुरु पूर्णिमा पर ओम उज्ज्वल, लाजवन्ती शर्मा, शशि ओझा, प्रेम सोनी, रतनकुमार चटुल, श्याम सुंदर तिवारी ने गुरु महिमा पर सुंदर छंद प्रस्तुत किए। इसके अलावा बंशीलाल पारस, देवीलाल दुलारा, योगेन्द्र कुमार सक्सेना ने अपनी प्रस्तुति पर तालियां बटोरी।