भारतीय डेयरी कर्मचारी संघ का अधिवेशन संपन्न
भीलवाड़ा BHN
भारतीय मजदूर संघ के 70वें स्थापना दिवस पर भारतीय डेयरी कर्मचारी संघ भीलवाड़ा का दिवाकर धाम माधव नगर में द्वितीय अधिवेशन सांवरलाल माली की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ श्रमिक गीत व दीप प्रज्वलन करके किया गया।
जिला मंत्री शैलेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि 23 जुलाई 1955 को भारतीय मजदूर संघ की भोपाल में स्थापना हुई आज 70वें स्थापना दिवस पर इस सदी का देश का सबसे बड़ा मजदूर संगठन बन गया है राष्ट्रीय हित उद्योग हित व मजदूर हित की बात करने के कारण मजदूर इस संगठन से अपेक्षा रखने लगा है, भारतीय मजदूर संघ एक परिवार है।
मुख्य वक्ता के रूप में प्रभाष चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि सरस डेयरी भीलवाड़ा में 400 से अधिक मजदूर साथी कार्य कर रहे हैं, जिनकी कई समस्याएं हैं इन समस्याओं के बारे में राजस्थान सरकार से बात कर इन्हें दूर करेंगे। मुख्य अतिथि मोहनलाल सरधना ने कहा कि हम सबको एकजुट होकर रहना होगा डर के आगे जीत है 70 वर्ष पूर्ण होने पर संगठन कार्य हेतु अधिक समय के समर्पण पर भी बल दिया। संगठन मंत्री हरीश सुवालका ने भी अपना वक्तव्य दिया।
डेयरी महामंत्री मानसिंह ने मांग पत्र पर कहा की वर्दी भत्ता सब कर्मियों को एक समान दिया जावे नियमित कार्मिकों की पदोन्नति समय पर की जावे, मेडिकल की सुविधा सभी सविदा, ठेका कर्मी व अन्य कर्मियों को दी जावे धुलाई भत्ता व कन्वेंस भत्ता बढ़ाया जावे अनुकंपा नियुक्ति समय पर दी जावे, अंत में अध्यक्ष सांवरलाल ने कार्यकारिणी को भंग करने की घोषणा करी।
निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र सिंह राठौड ने नई कार्यकारिणी का मनो नयन किया जिसमें संरक्षक मोहनलाल सराधना, अध्यक्ष सांवरलाल माली, उपाध्यक्ष नानूराम शर्मा, इंद्रजीत सिंह व रामेश्वर लाल, कोषाध्यक्ष आशीष कुमार, सह कोषाध्यक्ष सूरजकरण, संगठन मंत्री मोहम्मद रफीक, प्रचार मंत्री शोभा लाल व राकेश सिंह, मंत्री श्रीमती सुप्रिया गोठवाल व मंजू नायक एवं सदस्य सुरेश सिंह, रतनलाल, उदयलाल, प्रशांत, सत्यनारायण वैष्णव, निशा, योगेश, संपत गुर्जर, मुकेश गुर्जर, सत्यनारायण कोली, रामस्वरूप पाटीदार, देवी नाथ को बनाया गए।
अधिवेशन के दौरान दिनेश भट्ट, कमलेश हाडा, माया प्रजापत, सांवरमल जोशी, सोनू माली, गोपाल शर्मा, गजल, लोकेश वैष्णव, भैरूलाल जाट, कैलाश चौधरी, संजू राठौड़, अजय माथुर, जगदीश वैष्णव आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।