आमुखीकरण कार्यक्रमों से विद्यार्थियों का जीवन है बदलता- सुधीर जोशी
भीलवाड़ा। माणिक्य लाल वर्मा राजकीय महाविद्यालय में नवीन सत्र 2024-25 के आरंभ में नवाचारों के तहत विवेकानंद सभागार में विद्यार्थी आमुखीकरण समारोह संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुधीर जोशी पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि खुद पर यह विश्वास रखिए कि मैं सब कुछ कर सकता हूं तो आप जीवन में किसी भी सफलता को प्राप्त कर सकते हैं । उन्होंने यह भी कहा कि जीवन में कामयाबी के लिए तीन चीजे बहुत जरूरी है- अनुशासन, अच्छी संगति एवं सकारात्मक सोच। उन्होंने हंगरी के बाएं हाथ के नेशनल शूटर का उदाहरण देते हुए बताया कि कोई भी अक्षमता आपका मार्ग अवरुद्ध नहीं कर सकती। उल्लेखनीय है कि सुधीर जोशी इसी महाविद्यालय के पूर्व छात्र भी रहे और कड़ी मेहनत से प्रशासनिक सेवा में अपना मुकाम बनाया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए आव्हाड निवृत्ति सोमनाथ आईएएस, उपखंड अधिकारी, भीलवाड़ा ने कहा कि मुझे कोई चीज आसानी से मिलती नहीं, लेकिन मैं उसे छोड़ता भी नहीं, अपने जीवन संघर्ष का उदाहरण देते हुए यह भी बताया कि लक्ष्य के प्रति समर्पण भाव और कठिन परिश्रम सफलता का मूल मंत्र हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा सामान्य समझ, उत्सुकता और रचनात्मकता को बढ़ाने वाली होनी चाहिए । आज के इस दौर में आध्यात्मिकता और संविधान ही समाज को बचा सकता है। इस अवसर पर सुधीर जोशी एवं आव्हाड निवृत्ति सोमनाथ आईएएस भीलवाड़ा ने विद्यार्थियों को विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं, प्रतियोगी परीक्षाओं एवं उद्योग क्षेत्र में जाने हेतु विद्यार्थियों को सफलता के मूल मंत्र बताएं।
कार्यक्रम के आरंभ में कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सेल के समन्वयक डॉ. कश्मीर भट्ट ने आमुखीकरण कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत कर स्वयं के जीवन संघर्ष का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया तथा यह भी बताया कि यह सेल आने वाले समय में विद्यार्थियों के कैरियर एवं प्लेसमेंट हेतु बहुत उपयोगी सिद्ध होगी।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर राजकुमार चतुर्वेदी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य प्राप्ति में आने वाली किसी भी प्रकार की बधाओ से निडरता पूर्वक संघर्ष करने हेतु प्रेरित किया। युवा पीढ़ी ही देश का भविष्य है, जो एक दिन भारत रत्न बनेगी। अलग-अलग क्षेत्र में प्रतिभाएं अपनी पहचान स्थापित करेगी, जिससे विकसित भारत की संकल्पना पूरी होगी और विश्व में भारत का नाम रोशन होगा। इसके साथ ही महाविद्यालय पुस्तकालय के विस्तार के क्रम में 30 कंप्यूटर लगाने की घोषणा प्राचार्य ने की जिसका संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों विद्यार्थियों ने स्वागत किया।
इस प्रतिभा सम्मान समारोह में प्राचार्य महोदय ने विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा 2023 में सभी संकायों की सभी कक्षाओं में 60% से अधिक अंक हासिल करने वाले 570 विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र एवं स्वामी विवेकानंद की प्रेरक पुस्तकें देकर सम्मानित किया। यह कार्यक्रम 4 घंटे चला। विवेकानंद सभागार विद्यार्थियों से खचाखच भरा हुआ था, दोनों वक्ताओं ने विद्यार्थियों के साथ संवाद एवं परिचर्चा की, जिसमें कई विद्यार्थियों ने प्रतियोगी परीक्षाओं के इस दौर में अपनी शंकाओं और समस्याओं का समाधान संवाद के माध्यम से किया। कार्यक्रम में सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर अनंत दाधीच एवं नेहा आंचलिया ने किया।