प्रकृति का उत्सव मनाते हेतु ऋतृओं को जीवन्त किया नृत्य नाटिकाओं द्वारा

प्रकृति का उत्सव मनाते हेतु ऋतृओं को जीवन्त किया नृत्य नाटिकाओं द्वारा
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भीलवाड़ा । स्थानीय रमा कत्थक संस्थान एवम् एल.एन.जे.समूह के सहयोग से शन‍िवार को सांय 4 बजे वर्षा एवं सुख स्मृदि की कामना के लिए शास्त्रीय एवम् उपशास्त्रीय नृत्यों की संस्कृति संध्या मल्हार 2024 का आयोजन स्थानीय महाराणा प्रताप सभागार (टाउन हॉल) में आयोजित किया गया।

जानकारी देते हुए संस्थान के अध्यक्ष कैलाश पालिया ने बताया कि 4 से 6 वर्ष आयु के बच्चों के नीनाद समूह ने ’’राधे कृष्ण’’ की ज्योति अलौकिक एवम् ऊॅची ऊॅची ढोरियों से बांधू मैं गगर, को कृष्ण वन्दना प्रस्तुत कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।

नुपूर समूह ने गरबा नृत्य ’’कान्हा रे थोड़ा सा प्यार दे’’ स्वरा समूह ने ’’मेघ मल्हार’’ पर आधारित गरज-गरज आज मेघ घनन घनन छायोरी, की प्रस्तुति से सम्पूर्ण वातावरण को सावन महिनें के एहसास से भर दिया। श्रुति समूह ने ’’आ जा रे मोरे रसिया ये मौसम मिलने का है’’ रागिनि समूह ने बूॅदन-बूॅदन बरसे मेघा’’ एवम् सकल बन फूल रही सरसौ की प्रस्तुति से कार्यक्रम की ऊॅचाईयॉ प्रस्तुत की।

महाराज बिन्दादीन की प्राचीन अष्ठपदी निरतन ढंग से किरत किरत समूह ने भगवान नटवर के रूपों के साथ कत्थक के तकनीकी पक्ष तोड़े, टुकडे, गत, फरद, आदि की सुन्दर व्याख्या की। मनसवी पचिसियॉ एवं हर्षिता पुरोहित के युगल नृत्य ’’इठलाती बलखाती चमकत है, दामिनीयॉ जो कि स्वर्गीय पंडित बिरजू महाराज के मन भीतर के अन्तर्गत था कि मन मोहक प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया।

किंकणी समूह के द्वारा रामायण पर आधारित नृत्य नाटिका का प्रस्तुती करण बहुत ही सुन्दर रूप से किया गया। पल्लवी समूह पिया बावरी पर सुन्दर प्रस्तुती करण दिया। बाल कलाकार ओनिक जैन ने भी वर्षा ऋतु पर गायन की सुन्दर प्रस्तुती दी। अंकिता राणावत एवं कविता ओझा को कत्थक के क्षेत्र में एवम् औनिक जैन को गायन में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु सम्मानित किया गया।

खचाखच भरे टाउनहॉल में दर्शकों का भरपूर आनंद लिया। संस्थान के सचिव रमा पचिसिया के अनुसार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पदम्श्री जानकीलाल भांड, रजनीश वर्मा, आरसीएम समूह के टीसी छाबडा, ओस्तवाल समूह की नीतू ओस्तवाल, समाजसेवी पूजा गलुन्दिया, संगीत गुरू विद्याशंकर किन्नरीया ने कत्थक नृत्य के पति बच्चों का इतना सम्पर्ण देखकर संस्थान के उद्वेश्यों एवं गुरूजनों को शुभकामनाएॅ दी। कत्थक गुरू रमा पचिसिया के मार्ग निदेशन मे मनसवी, हर्षिता, प्रेरणा, स्तुति, अदिति, युक्ति, ने नृत्य निदेशन किया।

इस कार्यक्रम में शहर के प्रबुद्य वरिष्ठ कलाकार संगीतज्ञ एवम् 500 से ज्यादा कला प्रेमियों की उपस्थिति रही।

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