जिला रैंकिंग को प्रभावित करने वाले कारकों की नियमित करें समीक्षा- कलक्टर

जिला रैंकिंग को प्रभावित करने वाले कारकों की नियमित करें समीक्षा- कलक्टर
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भीलवाड़ा। जिला स्तरीय निष्पादक समिति, राष्ट्रीय पोषाहार कार्यक्रम व जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के नवभारत साक्षरता कार्यक्रम (2022-2027) की समीक्षा बैठक सोमवार को जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के शिक्षा अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित हुई।

निष्पादक समिति की बैठक में जिला रैंकिंग, प्रवेशोत्सव, वृक्षारोपण अभियान, विद्यार्थियों के आधार प्रमाणीकरण सहित अन्य बिंदुओं की जिला कलक्टर ने समीक्षा की। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अरुणा गारू तथा जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय योगेश चंद्र पारीक ने बताया कि गत माह में भीलवाड़ा जिला राज्य में जिला रैंकिंग में तृतीय स्थान पर रहा है। जिला कलक्टर ने इसकी सराहना की, साथ ही जिला रैंकिंग को प्रभावित करने वाले सभी कारकों की पालना के साथ प्रगतिरत रहने व फील्ड मशीनरी को प्रोत्साहित करने की बात कही। जिला कलेक्टर ने प्रवेशोत्सव अभियान की समीक्षा भी की।

उन्होंने आईसीडीएस विभाग के अधिकारी नागेंद्र तोलंबिया को प्री प्राइमरी स्कूल शिक्षा के बाद आंगनबाड़ी के बच्चों का विद्यालय में शत प्रतिशत नामांकन किए जाने के संबंध में रिपोर्ट भिजवाने के लिए निर्देशित किया। जिला कलेक्टर ने नेत्र ज्योति अभियान, एमडीएम के तहत विद्यालयों में प्राप्त होने वाले खाद्यान्न की समीक्षा की, मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत दुग्ध वितरण की जानकारी ली।

सघन वृक्षारोपण अभियान की समीक्षा की

जिला कलक्टर ने सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों से सघन वृक्षारोपण अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी पौधों की जियो टैगिंग अवश्य करें। सीईओ जिला परिषद शिवपाल जाट ने बताया कि वर्तमान में पौधों की जिओ टैगिंग में जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है। जिला कलक्टर ने माण्डल, आसींद, बिजोलिया ब्लॉक द्वारा पौधों की सर्वाधिक जियो टैगिंग करने पर सराहना की तथा शाहपुरा, जहाजपुर तथा रायपुर ब्लॉक को प्रगति सुधार के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने हरियाली तीज पर आयोजित किए जाने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रम के सफल आयोजन के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि अधिकाधिक लोगों को अभियान से जोड़ा जाए तथा स्थानीय स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए।

जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी रामेश्वर प्रसाद जीनगर ने बताया कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को वित्तीय वर्ष 2022 से 2027 के लिए मंजूरी प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत महत्वपूर्ण जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल विकास, बुनियादी शिक्षा और सतत शिक्षा आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता प्रदान करने के अतिरिक्त शामिल है।

उन्होंने बताया कि यह योजना 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के गैर साक्षर लोगों को कवर करेगी। उन्होंने बताया कि जिले में बेसिक साक्षरता मूल्यांकन परीक्षाएं तीन बार आयोजित हुई है जिनकी उपलब्धि शत प्रतिशत रही है। जिला कलक्टर ने उपलब्धि पर प्रशंसा जाहिर की, तथा जिले में साक्षरता गतिविधियों को बढ़ाने के लिए आवश्यक संसाधनों के लिए प्रस्ताव भिजवाने को कहा। सीडीइओ अरुणा गारू तथा जिला शिक्षा अधिकारी योगेश पारीक ने जिला कलक्टर नमित मेहता द्वारा प्रदत्त निर्देशों की पालना के संबंध में आश्वस्त किया।

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