मेजा बांध पुनः पर्यटन केन्द्र के रूप में होगा विकसित- कोठारी

भीलवाड़ा। विधायक अशोक कोठारी ने विधानसभा में कटौती प्रस्ताव संख्या 26, 27 के तहत मेजा बांध को पुनः पर्यटन केन्द्र बनाने की दृष्टि से बांध का सौन्दर्यीकरण, सुदृढ़ीकरण व नहरों का जीर्णोद्धार करने हेतु अपना प्रस्ताव रखते हुए कहा कि वर्षों पूर्व मेजा बांध टेक्सटाइल नगरी की लाइफलाइन कहा जाता था। यह एक प्रमुख पिकनिक स्पॉट व पर्यटन केंद्र था। भीलवाड़ा के साथ ही माण्डल व सहाड़ा विधानसभा क्षेत्रवासी भी परिवारजनों व अतिथियों के साथ मेवाड़ी भोज दाल-बाटी चूरमा का आनंद लेते हुए रमणीय स्थल पर पूरा दिन व्यतीत करते थे। यहाँ बच्चों के लिए घोड़ा, ऊँट और झूले-चकरी, चाट पकौड़ी वाले उपस्थित रहते थे। यह उनकी आजीविका व रोजगार का मुख्य स्त्रोत था।

धीरे धीरे विभाग की अनदेखी से यह स्थल अपना सौन्दर्य खो चुका है। नहरें भी जीर्णशीर्ण हो चुकी हैं व स्थल सूनसान होने के कारण असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। इस कारण यह रमणीय स्थल अपना अस्तित्व खो चुका है। उक्त बांध की स्थिति को देखते हुए विधायक कोठारी के द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान इस बांध के सौंदर्यीकरण एवं नहरों के जीर्णोद्धार कर पूर्व की भांति इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की मांग की गई जिस पर उपमुख्यमंत्री व पर्यटन मंत्री दियाकुमारी ने पुनः इसको संजीवनी प्रदान करते मेजा बांध के सौंदर्यीकरण व सुद्ढ़ीकरण के लिए 29 करोड़ रु. का प्रस्ताव स्वीकृत किया है। मेजा बांध से निकलने वाली दोनों नहरों के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य के लिए भी पृथक बजट उपलब्धतानुसार कार्य होंगेे।

स्मरण रहे कि पूर्व में भी कोठारी ने भीलवाड़ा की पेयजल की समस्या के स्थाई समाधान हेतु निवेदन करने पर मुख्यमंत्री द्वारा माही फीडर के जरिये जल को जयसमंद में लाकर अधिशेष जल मातृकुण्डिया से मेजा बांध तक लाने की 7100 करोड़ के बजट की घोषणा की गई। उसके लिए धन्यवाद आभार। अतिशीघ्र शहरवासी मेजा बांध पिकनिक स्पॉट व पर्यटन का लुत्फ उठा पायेंगे।

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