मूर्ति चोरी के विरोध में अमरगढ़ के बाजार बंद, बस स्टैंड पर किया प्रदर्शन
भीलवाड़ा। शाहपुरा जिले में अमरगढ़ कस्बे के ऐतिहासिक किले में स्थित मंदिर से भगवान जगमोहन की 600 वर्ष पुरानी मूर्ति व आभूषण चोरी के मामले में ग्रामीणों में विरोध के स्वर तेज हो चूके है। सोमवार को ग्रामीणों ने बाजार बंद रखे। दोपहर बाद 12 गांवों के लोगों ने बस स्टैेंंड पर प्रदर्शन किया और उपखंड अधिकारी को कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन दिया। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, महाराणा प्रताप स्मृति संस्थान, एवं मेवाड़ क्षेत्रीय महासभा की ओर से भी ज्ञापन दिया गया।
मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन ग्रामीणों ने बताया कि अमरगढ़ किले में भगवान जगमोहन एवं राधा रानी का मंदिर स्थित है। 600 वर्ष पुराने भगवान जगमोहन की मूर्ति जिसमें अमरगढ़ ग्राम के अलावा 12 गांवों के साथ ही संपूर्ण हिंदू समाज की आस्था जुडी हुई है। मंगलवार को समाजकंटकों ने जगमोहन भगवान कि मूर्ति की चोरी कर ली गई। जिससे पूरे क्षेत्र में आक्रोश है। जगमोहन भगवान की मूर्ति चोरी करने का यह तीसरा प्रयास है। इससे पूर्व 2013 में मूर्ति के दोनों हाथ काट कर ले गए थे। पूर्व में पुलिस ने चोरों को पकड़ा और गहने भी बरामद किए गए। लेकिन भगवान जगमोहन की मूर्ति के हाथ को नहीं दिखाया गया और कहा गया कि चोरों ने बूंदी के पास स्थित बाणगंगा में हाथों को फेंक दिया और वे प्राप्त नहीं हुए हैं। मंगलवार तीसरी बार भगवान की मूर्ति को उखाड़ कर ले गए। केवल भगवान के चरण पद शेष रहे हैं।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर भगवान जगमोहन की मूर्ति बरामद कर चोरों को गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलाने की मांग की हैं। साथ ही 2013 में भगवान जगमोहन की मूर्ति से हाथ काट कर ले गए समाज कंटकों की फाइल में जो लीपापोती की गई है उसको रिओपन करवाने की मांग की गई है। इससे पूर्व ग्रामीण सुबह नौ बजे बस स्टैंड पर एकत्र होंगे और हजारों की संख्या में जहाजपुर बारह देवरा पहुंचे और ज्ञापन दिया।