शहर में जगह-जगह पानी से भरे गड्ढे, जरा सी चूक हो सकती है जानलेवा

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भीलवाड़ा। शहर और आस-पास की कॉलोनियों में बारिश के बाद हालात खराब हो गए है, जगह-जगह सडक़ों पर गड्ढों में पानी भरा है। जिससे वाहन चालकों को बच-बच करना निकलना पड़ रहा है। हल्की सी चूक भी यहां जानलेवा साबित हो सकती है। बाहरी कॉलोनियों में तो लोगों को घर तक पहुंचने के लिए भी रास्ते बदलने पड़ रहे हैं। कृषि भूमि पर काटी गई कॉलोनियों के लोग अब सडक़ों के लिए तरस रहे हैं, और उन्हें कीचड़ से होकर आना-जाना पड़ रहा है। इतना कुछ होने के बावजूद कोई देखने वाला नहीं है। त्रस्त लोग अब प्रदर्शन पर उतर आए है। आज कलेक्ट्रेट पर एक कॉलोनी के बाशिंदों ने प्रदर्शन कर सडक़ निर्माण कराने के लिए ज्ञापन भी दिया है।

भीलवाड़ा शहर अब गड्ढों का शहर बनता नजर आ रहा है, शायद ही कोई ऐसी सडक़ हो जहां गड्ढें नहीं हो या जलभराव नहीं होता है। नगर परिषद जिस पर शहर की व्यवस्थाएं सुधारने की जिम्मेदारी है, उसके इर्द-गिर्द भी बरसात के समय पानी जमा हो जाता है। सुबह की सब्जी मंडी के प्रवेश द्वार पर हल्की सी बारिश में ही पानी भर जाता है और निकासी की व्यवस्था नहीं होने से कई दिनों तक मंडी में आने-जाने वाले लोगों को इसी पानी और कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। इसके चलते क्षेत्र के व्यापारी भी परेशान है, उन्होंने इस संबंध में कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।

सर्किट हाउस से यातायात थाने के बीच सडक़ पर कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए और उनमें पानी भरा रहता है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति गंगापुर चौराहे पर है, जहां आधी सडक़ गड्ढों में तब्दील हो चुकी है, जिसके चलते वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं डाक बंगले के बाहर करीब एक से डेढ फिट तक का बड़ा गड्ढा बीच सडक़ में हो रखा है, जिसमें पानी भरे के बाद कई वाहन चालक गिरकर चोटिल हो चुके हैं। यहां नालियां नहीं होने से सडक़ पर भरे पानी की पूरी निकासी नहीं होती है, जिसके चलते हर बार मानसून के समय सडक़ क्षतिग्रस्त हो जाती है।

गायत्री आश्रम से सांगानेर रोड स्थित पावर हाउस हनुमान मंदिर तक भी सडक़ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। यहां पूर्व में हुए सीवरेज कार्य के दौरान सडक़े बीच से खुदी है, जहां केवल डामर लगा कर खानापूर्ति कर दी गई। अब यहीं सडक़ जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो रखी है। इस मार्ग पर आवागमन भी अधिक रहता है, जिससे कई बार जाम तक की स्थिति बन रही हे।

अजमेर रोड पर यूआईटी भदाली खेड़ा के बीच सडक़ पर कई जगह गड्ढे पड़ चुके हैं और बारिश में पानी भर जाने से वे दिखाई नहीं देते जिसके चलते वाहन चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

देवछाया विहार के लोगों ने किया प्रदर्शन

श्रीदेव छाया विहार के लोगों ने आज कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर सडक़ निर्माण की मांग की है। इन लोगों का कहना है कि उनकी कॉलोनी तक जाने वाला मार्ग कच्चा है, जिस पर पैदल भी नहीं चला जा सकता है। कॉलोनी काटने वाले पर आरोप लगाया कि सीसी सडक़ बनाकर देने की बात कहीं गई थी, लेकिन अब तक सडक़ निर्माण नहीं करवाया गया है। ऐसे में उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कृषि भूमि पर बनी कई कॉलोनियों के लोग इसी तरह की परेशानी झेल रहे हैं।

नगर परिषद और यूआईटी की अनदेखी से इनकी कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को बरसात में कई तरह की समस्याों का सामना करना पड़ रहा है। सुविधायुक्त कॉलोनियां देने के बावजूद, ना तो सडक़े है और ना नालियां बनी है, जिसके चलते खाली भूखंडों में पानी भरा है जो बीमारियों को न्यौता दे रहा है।

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