दो चीज साथ जाएगी, देने को दान, लेने को हरिनाम- पण्डित विष्णु महाराज
भीलवाड़ा। रमा विहार में राधा वल्लभ सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भ भागवत कथा के दूसरे दिन कथावाचक भागवताचार्य पण्डित विष्णु महाराज ने भक्तजनों के सन्मुख भीष्म पितामह द्वारा दुर्योधन को भगवान श्री कृष्ण से सहायता मांगने द्वारिका भेजने का वर्णन किया तथा भक्तों को बताया की राजनीति में न कोई शत्रु होता हैं और ना ही कोई स्थाई मित्र । मगर समय पर जो साथ दे वही सच्चा मित्र होता हैं साथ ही यह भी समझाया की कभी भी मित्र को भी अपने मन की बात नहीं बतानी चाहिए। क्यों कि आज मित्र हैं तो हो सकता हैं कि कल वह आपका शत्रु भी बन जाए और शत्रु को भी कभी कटु वचन नहीं बोलने चाहिए। क्यों कि जो शत्रु हैं हो सकता हैं कि वह भी आने वाले कल में आपका मित्र बन जाए। महाराज ने प्रकृति सर्ग, पृथ्वी पर स्वयंभू मनु और शतरूपा द्वारा पृथ्वी के सर्जन का वर्णन तथा मनु महाराज की कन्या आकृति प्रसूति व देवहुती के विवाह का वर्णन किया।
महिला मित्र मण्डली द्वारा सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भ भागवत कथा का प्रितिबाला जौशी एवं उमा मित्तल के सानिध्य में प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजन करवाया जा रहा हैं। जिससे रमा विहार, सुभाष नगर सहित आसपास की कॉलोनियों से पधारे भक्तजन कथा श्रवण का लाभ लेते हुए भक्तिभाव से सराबोर होकर नाचते झूमते ईश्वरीय प्रेम में डूबे नजर आ रहे हैं।
रामकन्या त्रिपाठी ने बताया कि दूसरे दिन की कथा की शुरुआत से पूर्व स्थापित सभी देवताओं और मंडलों की विधिवत पूजा अर्चना करवाई गई जिसमें भारत कुमार शर्मा ने व्यासपीठ की पुजा करवाई तो जयप्रकाश नागला ने पण्डित विष्णु महाराज को पुष्पमाला पहनाकर व्यासपीठ का सम्मान किया। वही महेश डाड ने व्यास महाराज को उपरणा भेंट कर स्वागत सम्मान किया।
इस दौरान राधा वल्लभ ग्रुप की महिला मित्र मण्डली की महिलाओं में पार्वती, आशा, सुमित्रा, कांता शर्मा, कालरा दीदी, उमा, बंटी, मंजू पारीक सहित सभी महिलाएं कथा की व्यवस्थाओं को बनाये रखने में अपना योगदान कर रही हैं।