रामधाम में चातुर्मास प्रवचन जारी व शिवालय में हुआ अभिषेक: धर्म एवं मर्यादा का अपमान कभी नहीं करें - स्वामी चैतन्यानन्द
भीलवाड़ा । श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट की ओर से हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में चातुर्मास में नर्बदा तट खरगोन के स्वामी चैतन्यानन्द गिरी ने कहा कि हर व्यक्ति को सुबह उठते ही बिस्तर पर ही परमात्मा का स्मरण करना चाहिए। भूल कर भी धर्म एवं मर्यादा का अपमान नहीं हो इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए। ब्रह्म मुहूर्त में सबसे पहले धर्म की चिंता करनी चाहिए, बाद में अर्थ चिंता, स्नान, माता-पिता को प्रणाम आदि करना चाहिए। आज पुत्र पुत्री पौत्र पोत्री आदि संस्कार विहीन होते जा रहे हैं उन में संस्कारों का समावेश करना आपका कर्तव्य है। हमें आदर्श शिक्षक बनकर बच्चों को समाज में आगे बढ़ाना होगा।
ट्रस्ट के प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडानी ने बताया कि प्रवचन के शुरू में विष्णु सहस्त्रनाम पाठ सुबह 9 बजे किया गया। श्री राम, जयराम, जय जय राम से रामधाम गुंजायमान रहा। संत राजेश्वरानंद हरिद्वार के श्री मुख से शिवालय में शिव महिम्न स्तोत्र का पाठ हुआ। शिवालय में पंडित रमाकांत शर्मा, पंडित रामू, पंडित घनश्याम, पंडित सुशील शुक्ला के मन्त्रोंचार के बीच अलग अलग समय में अभिषेक हुआ। शिवालय भोले के जयकारों से गुंजायमान रहा । अभिषेक के लिए भक्तों का तांता लग रहा है ।चातुर्मास के तहत प्रवचन सुबह 9 बजे से रोज हो रहे है । सुबह 10 व शाम 4 बजे शिवालय में भगवान शंकर के परिवार का भव्य श्रृंगार एवं अभिषेक किया जा रहा है ।