रामधाम शिवालय गूंज रहा मंत्रो से, हो रहा अभिषेक



भीलवाड़ा । श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट की ओर से हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में चातुर्मास में नर्बदा तट खरगोन के स्वामी चैतन्यानन्द गिरी ने कहा कि अतिथि हमारे भगवान है, उनकी मानमर्यादा सम्मान आवभगत हाथ जोड कर करें। मुस्कराकर कर स्वागत करें और विदा दे। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति में चोटी रखकर तिलक लगाने से आज्ञा चक्र जागृत रहता है। यह हमें सभ्यता से परे रहना, शास्त्र व मर्यादा पालन करना सिखाता हैं। संत ने कहा कि रामायण ही जीवन जीने की कला सिखाती है। गुरु कूल शिक्षा प्रणाली को बेहतर बजाते हुए उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक रामायण में जीवन जीने की कला और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग दोनों है। ट्रस्ट के प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडाणी ने बताया कि प्रवचन के प्रारम्भ में संत राजेश्वरानंद एवं स्वामी चैतन्यानंद गिरी का विनोद पं‌चोली, कन्हैयालाल मून्दडा, कांता देवी पोरवाल ने माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया। प्रवक्ता सोडानी ने बताया कि श्रावण मास के चलते राम धाम के शिवालय में भगवान शिव का दुग्धाभिषेक, घी, शहद, इत्र, शक्कर सहित पंचामृत से अभिषेक जारी है। गुरुवार को अभिषेक श्याम अग्र‌वाल ने किया। इस दौरान ओम नमः शिवाय एवं महामृत्युंजय मंत्र से रामधाम गुंजायमान रहा। प्रवचन हाल में प्रतिदिन सुबह 8.15 बजे गीता पाठ कराया जा रहा है। 10 अगस्त संत गोस्वामी तुलसीदास की जंयती पर जिसमें हर 2 घंटे में 21 भक्त पाठ करेंगे।

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