श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह प्रसंग में श्रद्धालुओं ने की पुष्पवर्षा
भीलवाड़ा आरकेआरसी माहेश्वरी भवन में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में कथावाचक हिमांशु भाई महाराज श्री धाम वृन्दावन ने श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह प्रसंग सुनाया। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह को एकाग्रता से सुना। श्रीकृष्ण-रुक्मणि का वेश धारण किए वैभव पल्लवी जोड़े पर भारी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। महाराज ने कहा सत्संग से बुरे विचार नष्ट होते है,अच्छे विचार आते है।सत्संग से लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है। श्रद्धालुओं ने विवाह के मंगल गीत गाए।
कथा के मुख्य यजमान प्रेमलता शर्मा, नरेंद्र, सुरेंद्र, चौथमल, वैभव ने दीप प्रज्जवलित किया। प्रसंग में महाराज ने कहा कि रुकमणी साक्षात लक्ष्मी जी का अवतार थी। इस अवसर पर दाधीच मंडल के अध्यक्ष जगदिश शर्मा, जमनालाल जोशी, मीडिया प्रभारी दीपक शर्मा, ओम मिश्रा, नंदकिशोर शर्मा, वी डी शर्मा, डी के दाधीच, कमलेश जोशी, सरोज दाधीच, महावीर शर्मा, मंजू शर्मा आदि मौजूद रहे।