स्वस्तिक जाप से पंचतीर्थ की आराधना, सर्वमंगल की कामना
भीलवाड़ा। महासाध्वी कंचनकुंवर के सानिध्य में महावीर भवन बापूनगर श्रीसंघ के तत्वावधान में रविवार को स्वस्तिक जाप का आयोजन किया गया। जाप करने के लिए बापूनगर, चन्द्रशेखर आजादनगर, न्यू आजादनगर, पटेलनगर सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ो श्रावक-श्राविकाएं उमड़े। स्वस्तिक जाप के तहत पंच तीर्थंकर की आराधना करते हुए आदि नेमी पारस महावीर, शांति जिनेश्वर हरिये पीर का जाप किया गया। जाप के माध्यम से सर्वमंगल व सर्वकल्याण की कामना की गई। प्रखर वक्ता साध्वी डॉ.सुलोचनाश्री म.सा. ने जाप सम्पन्न कराया।
उन्होंने कहा कि इस तरह का जाप करने से तीर्थंकरों की स्तुति के साथ हमारे जीवन के कष्ट दूर होकर विपुल कर्म निर्जरा होती है। जाप के बाद आयोजित प्रवचन में पूज्य कंचनकंवरजी म.सा. ने कहा कि चातुर्मास में जिनवाणी सुनने का जो अवसर मिला है उसका पूरा लाभ उठाना चाहिए। ऐसे अवसर सौभाग्य से ही प्राप्त होते है। धर्म करने के लिए समय अवश्य निकालना चाहिए। हमने आज धर्म किया तो उसका फल भविष्य में भी मिलेगा ओर आज धर्म नहीं कर पाए तो उसके परिणाम भी हमे बाद में भोगने पड़ेंगे।
साध्वी सुलोचनाश्री ने कहा कि सुख हो या दुःख धर्म का आलम्बन कभी नहीं छोड़ना चाहिए। सुख में भी जो धर्म से जुड़ा रहता है उसके जीवन में दुःख का आगमन नहीं हो पाता। समभाव में रहना सीख जाए तो जीवन सहज व सरल बन जाता है। मधुर व्याख्यानी डॉ. सुलक्षणाश्री म.सा. ने भी विचार व्यक्त किए। धर्मसभा में उस समय हर्ष-हर्ष के जयकारे गूंज उठे जब सुश्राविका उषा कोठारी ने सात उपवास के प्रत्याख्यान पूज्य कंचनकंवरजी म.सा. के मुखारबिंद से ग्रहण किए। धर्मसभा का संचालन बापूनगर श्रीसंघ के मंत्री अनिल विश्लोत ने किया।
रक्षाबंधन पर होगा भाई-बहन का जाप
श्रीसंघ के संरक्षक लादूलाल बोहरा ने बताया कि महासाध्वी के सानिध्य में रक्षाबंधन के दिन 19 अगस्त को भाई-बहन के जाप का आयोजन होगा। इसके माध्यम से भाई-बहन के जीवन में खुशहाली व आनंद-मंगल की कामना होगी। इसी तरह 18 अगस्त को मरूधर केसरी श्रीमलजी म.सा. की 135वीं जयंति एकासन दिवस के रूप में मनाई जाएगी। महासाध्वी मण्डल ने इस अवसर पर दो-दो सामायिक के साथ 135 एकासन करने का आव्हान श्रावक-श्राविकाओं से किया है।