विष्णुश्री महाराज 'धर्मरत्न' से अलंकृत
आकोला (रमेश चंद्र डाड) समीपवर्ती त्रिवेणी संगम में विगत 7 दिन से चल रही शिव महापुराण कथा समारोह का 12 अगस्त को समारोहपूर्वक समापन हुआ। त्रिवेणी धाम एवं व्यापार मंडल के तत्वावधान में आयोजित समारोह में कथा वाचक श्रीविष्णु कृष्णतनय महाराज द्वारा कथा के माध्यम से देवाधिदेव महादेव के महात्म्य का बहुत ही स्पष्ट, सरल, मधुर स्वर लहरियों में कुछ इस तरह अभिव्यक्त किया कि श्रोता भाव विभोर हो भक्ति रस में डूब गए एवं झूमते गाते जयनाद करने लगे। उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंगों की विस्तृत व्याख्या भी की।
समारोह में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता, समाजरत्न दिनेश संचेती 'दिनकर' ने कहा कि शिव महापुराण कथा दुनिया की सर्वश्रेष्ठ कथा है जिसे विष्णुश्री कृष्णतनय महाराज ने जिस उत्कृष्ट व अनोखे अंदाज में श्रोताओं के सम्मुख प्रस्तुत किया प्रशंसनीय ही नहीं वंदनीय भी है। उन्होंने मंच एवं आम श्रोताओं की अनुशंसा पर दिनकर संदेश की ओर से महाराज श्री को 'धर्मरत्न' अलंकरण से अलंकृत किया। श्री संचेती ने त्रिवेणी धाम सहित व्यापार मंडल त्रिवेणी व बीगोद के आयोजकों व कार्यकर्ताओं को साधुवाद देते हुए उनका संचेती परिवार की ओर से अभिनंदन और बाहूमान भी किया ।
मंच की ओर से दिनेश संचेती सहित संचेती परिवार के सदस्यों,बजरंग व्यायाम शाला के अध्यक्ष गोविंद सिंह कानावत का अभिनंदन किया गया । दिनेश संचेती ने महाराज को उपाधि अलंकरण व अभिनंदन के बाद गोविंद सिंह कानावत, मुख्य यजमान योगेश सोनी, मुकेश जोशी, गोपाल लाल गौड़, सुशीलकुमार दिनेशकुमार व्यास, लोकेश आगाल, मोहनलाल पहाड़िया, राजेश पारीक, शंकर लाल पहाड़िया आदि प्रमुख समाजसेवियों का सम्मान किया। कार्यक्रम के पश्चात रुद्राक्ष वितरण को लेकर भी भारी उत्साह रहा लोगों में अभिमंत्रित रुद्राक्ष लेने की हॉड सी मच गई । हजारों की जनमेदिनी से पूरा पंडाल जयनादों से गूंजता रहा। समारोह में उपस्थित अखिल भारतवर्षीय जैन दिवाकर विचार मंच रजिस्टर्ड नई दिल्ली की राष्ट्रीय मंत्री मधु संचेती ने भी सभी को साधुवाद दिया एवं धर्म प्रेमियों का सम्मान किया। आयोजकों ने सभी का आभार व्यक्त किया।