आम्र पल्लव,फूल मखाने, मिर्च करून्दा से हो रहा ठाकुरजी का अलग-अलग तरह से श्रृंगार
भीलवाड़ा, । धर्मनगरी भीलवाड़ा के लाखों भक्तों की आस्था के प्रमुख केन्द्र सांगानेरी गेट स्थित श्री दूदाधारी गोपाल मंदिर में जगद्गुरू निम्बार्काचार्य पीठाधीश्वर श्यामशरण देवाचार्य ‘श्रीजी’ महाराज के निर्देशानुसार श्रावणी तीज(छोटी तीज) से ठाकुरजी की सेवा में मनाए जा रहे झुलनोत्सव के तहत प्रतिदिन ठाकुरजी के अलग-अलग तरह का आकर्षक श्रृंगार हो रहा है। ठाकुरजी को भक्तों के जयकारों के बीच झूला झुलाया जा रहा है। मंदिर के पुजारी कल्याणमल शर्मा ने बताया कि झूलनोत्सव के तहत मंगलवार रात फूल मखाने से सजावट की गई। इसी तरह सोमवार को मिर्च,करून्दा व अदरक से सजावट की गई थी। इससे पहले आम्रकुंज,आम्र पल्लव आदि से भी सजावट की गई थी। पुजारी भक्तों के जयकारों के बीच ठाकुरजी को झुला झुलाते रहे। छोटी तीज से शुरू 22 दिवसीय झुलनोत्सव जन्माष्टमी के अगले दिन नंदोत्सव तक चलेगा। रक्षाबंधन तक प्रतिदिन अलग-अलग तरह से ठाकुरजी की सेवा में झुले सजाए जाएंगे। इनमें सब्जी,फल, मेवा,मिठाई आदि के झुले भी सजाए जाएंगे। झुलनोत्सव की सजावट के लिए वृन्दावन से मोगरा व गेंदा के साथ लटकन आदि मंगाई गई है। रक्षाबंधन से जन्माष्टमी तक प्रतिदिन अलग-अलग तरह की झांकियां सजाई जाएगी। झुलनोत्सव के तहत प्रतिदिन शाम 7.30 से रात 9.30 बजे तक ठाकुरजी के झुले के दर्शन भक्तगण कर पा रहे है। दर्शनों के लिए प्रतिदिन शहर के विभिन्न क्षेत्रों से भक्तगण पहुंच रहे है। मंदिर के पुजारी शर्मा ने बताया कि रक्षाबंधन के बाद जन्माष्टमी तक ठाकुरजी के दरबार में घटाएं(झांकिया) सजाई जाएगी। इसके हर वार को अलग-अलग रंगों से झांकियों की सजावट होगी। इसके तहत सोमवार को सर्द घटा होगी यानि ठाकुरजी पूरी तरह श्वेत वस्त्रों में होंगे। मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरूवार को पीला, शुक्रवार को नीला, शनिवार को श्याम एवं रविवार को गुलाबी घटा की छटा बिखरेगी। जन्माष्टमी पर मध्य रात्रि में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा ओर ठाकुरजी की महाआरती कर भगवान को माखन मिश्री का भोग लगाया जाएगा। जन्माष्टमी के अगले दिन नंदोत्सव पर्व मनाया जाएगा। इस अवसर पर मटकी फोड, मल्लखंभ आदि का आयोजन होगा। हर वर्ष नंदोत्सव आयोजन में शहर के हजारों भक्त सहभागिता निभाते है।