संतों ओर भक्तों ने दी दिवंगत गुरूजी लेखराजगिरी महाराज को भावपूर्ण श्रद्धाजंलि
भीलवाड़ा,। शहर में मुख्य डाकघर के सामने स्थित श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर के महन्त बाबूगिरीजी महाराज के गुरूजी श्री लेखराजगिरीजी महाराज के शिवलोकगमन होने पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए भीलवाड़ा के शांतिभवन में बुधवार शाम श्रद्धाजंलि सभा रखी गई। महन्त बाबूगिरीजी महाराज के सानिध्य में हुई सभा में भीलवाड़ा के विभिन्न मंदिरों व आश्रमों के महन्तों व पूजारियों के साथ भक्तगणों ने भी पहुंच पूज्य लेखराजगिरीजी महाराज के शिवलोकगमन को भीलवाड़ा के संत समाज व सनातन धर्म के लिए अपूरणीय क्षति बताया। महंतों,संतों व भक्तों ने पूज्य लेखराजगिरीजी महाराज के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर अपनी भावनाएं समर्पित की। श्रद्धाजंलि सभा में पंचमुखी दरबार के महन्त लक्ष्मणदासजी त्यागी, गोपालद्वारा के महन्त गोपालदासजी महाराज, हनुमान टेकरी के महन्त बनवारीशरणजी काठियाबाबा, निम्बार्क आश्रम के महन्त मोहनशरणजी शास्त्री, हाथीभाटा आश्रम के महन्त संतदासजी महाराज, महन्त जमनापुरीजी महाराज, महन्त रामगिरीजी महाराज, महन्त लालबाबा, महन्त आशुतोषजी महाराज, महन्त रामसागरदास महाराज हमीरगढ़ का भी पावन सानिध्य प्राप्त हुआ। सभा में संत गोविन्ददासजी, पुजारी मुरारी पांडे, ओम साईराम, बृजेन्द्र शास्त्री, नगर व्यास पंडित राजेन्द्र व्यास का भी सानिध्य मिला। श्रद्धाजंलि सभा में महन्त संतदासजी, महन्त गोपालदासजी महाराज, महन्त मोहनशरणजी शास्त्री, नगर व्यास राजेन्द्र व्यास के साथ भक्तगण सुरेश गोयल, मिठुलाल स्वर्णकार, कैलाश जीनगर ने भी भाव अभिव्यक्त करते हुए पूज्य लेखराजगिरीजी महाराज के शिवलोकगमन पर भावाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि ऐसे सहज,सरल स्वभावी भक्तों पर सदा कृपा बरसाने वाले गुरूजी को हमेशा याद किया जाएगा ओर भीलवाड़ा के धर्म जगत में उनकी सेवाएं कभी नहीं भूलाई जा सकेगी। संचालन करते हुए पंडित अशोक व्यास ने पूज्य लेखराजगिरीजी महाराज का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत किया ओर अंत में दिवंगज आत्मा की शांति के लिए दो मिनट मौन रखा गया। विभिन्न संगठनों से प्राप्त शोक संदेश का वाचन भी पंडित व्यास ने किया। श्रद्धाजंलि सभा में समाज के विभिन्न वर्गो का प्रतिनिधित्व करते हुए पूर्व सभापति ओम नराणीवाल, गोविन्द सोडाणी, श्रीराम कथा सेवा समिति के अध्यक्ष गजानंद बजाज, रामप्रकाश बहेड़िया, महावीर अग्रवाल, सांवरमल बंसल, रमेश बंसल, रामगोपाल अग्रवाल, राघेश्याम सोमाणी, गणेश प्रजापत, पीयूष डाड, महेन्द्र छाजेड़, सुशील चपलोल, कन्हैयालाल स्वर्णकार, डॉ. उमाशंकर पारीक, बद्रीलाल सोमाणी, रणजीतसिंह कारोई, राजेश कुदाल, रामेश्वर ईनाणी, दुर्गालाल सोनी, दिनेश शर्मा, केसरसिंह चौधरी, कृष्णगोपाल बंसल, पेंटर सूरज, सत्यनारायण काबरा, कैलाश तापड़िया,दिलीप गोयल, मनोज गोठेवाला, कैलाश प्रहलादका, हरीश शाह, राधेश्याम शर्मा, श्याम नंदवाना, सत्यनारायण शर्मा, मधु शर्मा, विक्रम सोनी, प्रहलाद सोनी, सुनील रांका, श्रीमती जतन हिंगड़,उर्मिला जोशी आदि मौजूद थे।