भामाशाहों व युवाओं के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष सहयोग से हुआ धनोप गांव का विकास
धनोप (राजेश शर्मा)। गांव के भामाशाहों व कार्यकर्ताओं ने फोन पे, गूगल पे, अकाउंट पे तथा केस पेमेंट के जरिए पैसे इकट्ठे कर वृक्षारोपण कार्यक्रम की शुरुआत की।धनोप से धनोप माताजी रोड के दोनों तरफ 551 पौधे ट्री गार्ड व सीमेंट ईट का गेरा बनाकर लगाने का कार्य 5 जुलाई 2020 को शुरू किया और कोरोना काल में जरूरतमंद परिवारों को राशन किट प्रदान किये गये जिसमें 5 किलो आटा, 1 किलो तेल, 1 किलो चने की दाल, 1 किलो चावल इत्यादि सामग्री दी गई। उसी क्रम में विद्युत विभाग के 250 खंभों पर 7 सितंबर 2021 को तिरंगा कलर करने का कार्य किया। उसके बाद 2022 नव वर्ष के उपलक्ष में 15 दिसंबर 2021 से विद्युत खंभों पर चमकती हुई डेकोरेशन लाइट लगाई गईं। यह लाइट धनोप माताजी परिसर से लेकर पूरे गांव के हर गली, मोहल्ले में लगाई गई है। धनोप माता युवा मंडल वर्किंग कमेटी धनोप विकास सुझाव ग्रुप के लगभग 200 सदस्यो के सहयोग से आज पूरा धनोप गांव वृक्षारोपण से हरा-भरा और तिरंगे के कलर व लाइट की चमकीली रोशनीयो से
जगमगा रहा है। इस तरह धनोप गांव का सौंदर्य करण भामाशाहों द्वारा किया गया है। जिसमें ग्राम पंचायत का कोई हस्तक्षेप नहीं है। धनोप गांव के भामाशाहों का कहना है कि इसी तरह हम आगे भी गांव के विकास के लिए कदम उठाते रहेंगे और धनोप गांव को सुंदर तथा स्वच्छ बनाएंगे। 5 वर्ष पूर्व लगाए गए सभी विकसित पौधों की 15 दिनों से कटाई व छंगाई की जा रही है। जो पौधे नहीं पनपे वहां नये पौधे लगाए जा रहे हैं। इस तरह 1000 के ऊपर पोधे लगा चुके है। श्री धनोप माता युवा मण्डल कमेटी द्वारा हर वर्ष 101 पौधे लगाने का संकल्प लगातार सफल हो रहा है जो लंबे समय तक चलता रहेगा।
श्री धनोप माता युवा मंडल द्वारा सर्व सहमति निर्णय के अनुसार आने वाले समय में भी इसी तरह गांव के सौंदर्य करण के लिये आगे भी काम करते रहेंगे। पौधे लगाना तो आसान है लेकिन सबसे बड़ी जिम्मेदारी पौधों की देखभाल करना है। श्री धनोप माता युवा मंडल द्वारा 5 वर्षों से लगातार पौधों की देखभाल कर रहे हैं, समय-समय पर पानी पिलाया जा रहा है, उर्वरक खाद भी दिया जाता हैं जिससे पौधों में रोग ना लगे। हर वर्ष पौधों की कटाई छंटाई की जा रही है। पौधारोपण के साथ-साथ उसको जीवित रखना, बड़ा व विकसित करना ही हमारा मूल व परम लक्ष्य है।