दोहरा हत्याकांड- वारदात में काम लिये दो वाहन जब्त, आरोपितों को भेजा जेल
भीलवाड़ा बीएचएन। खायड़ा गांव के दंपती को अगवा कर मेनाल के जंगल में हत्या करने के मामले में रिमांड पर चल रहे दो आरोपितों को आज न्यायालय के आदेश से जेल भेज दिया गया। इससे पहले काछोला थाना पुलिस ने वारदात में काम ली कार व बाइक भी जब्त कर ली।
काछोला थाना सूत्रों ने बताया कि भीलवाड़ा के सदर थाना इलाके के खायड़ा गांव निवासी कमलेशसिंह राजपूत ने पिछले दिनों काछोला थाने में रिपोर्ट दी कि उसके पिता शैतानसिंह राजपूत ने आठ माह पहले चंद्रकंवर से दूसरा विवाह किया था। इसके चलते चंद्रकंवर के परिवारजन रंजिश रखे हुये थे। शैतान सिंह 10 अगस्त को गंधेरी में रहने वाली अपनी बहन हेमा कंवर से मिलने चंद्रकंवर के साथ गया था, जहां से शैतान सिंह व चंद्रकंवर का अपहरण कर लिया गया। इसके बाद अगवा शैतान सिंह व चंद्रकंवर को मेनाल के जंगल में ले जाकर दोनों की हत्या कर दी थी। शव अपहरण के सात दिन बाद आरोपित विक्रम की निशानदेही से बरामद किये थे। पुलिस ने विक्रम सिंह को पहले और बाद में दो आरोपितों प्रतापपुरा, बीगोद निवासी हनुमान सिंह उर्फ डब्लूय सिंह पुत्र नवलसिंह सौलंकी राजपूत व मानसिंहजी का झोंपड़ा, कोटड़ी निवासी नरेंद्र सिंह पुत्र गजराजसिंह राजपूत को बाद में गिरफ्तार किया था। पुलिसने विक्रम को जेल भिजवा दिया, जबकि दोनों आरोपितों को दो दिन रिमांड पर लिया। इस बीच, पुलिस नेवारदात में काम ली कार व बाइक जब्त कर ली। पुलिस रिमांड खत्म होने पर पुलिस ने नरेंद्र सिंह व हनुमान सिंह को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। बता दें कि चंद्रकंवर दो बेटों व दो बेटियों की मां थी। उसने पति व इन चार बच्चों को छोड़ दिया और शैतान सिंह के पास चली गई थी। इसे लेकर चंद्रकंवर के परिजनों को समाज में नीचा देखना पड़ रहा था और इन चारों बच्चों की शादी भी नहीं हो रही थी। इसी को लेकर विक्रम सिंह उर्फ खान सिंह ने इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। हत्या का यह कारण, आरोपित विक्रम सिंह ने पकड़े जाने के बाद पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया था।