अंतिम संसकर ले लिए भी नहीं उपयुक्त स्थान
भीलवाड़ा (सम्पत माली) । सरकारों द्वारा शमशान स्थलों के निर्माण और रखरखाव के लिए लाखो करोडो रुपए खर्च किए जाते है, इसके बावजूद मृतक के दुख में डूबे परिजनों को उनके अंतिम वक्त में भी पीड़ा उठानी पड़ रही है। जिले की गिरडिया पंचायत के नर्सिंगपूरा गांव में भूरालाल बैरवा की मृत्यु होने के उनके परिजनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। तेज बारिश के चलते श्मशान में दाह संस्कार के लिए उचित जगह नहीं है, इसके चलते उन्हें दूसरी जगह जाना पड़ा। इस दौरान वहां सराय भी नहीं थी जिसके चलते लोग बारिश में भीगते हुए अंतिम क्रिया पूरी होने तक कीचड़ में बैठे रहे। लोगो ने बताया की उनके समाज के स्थल पर सुविधाओं का आभाव है। पास बने घाट पर अन्य समाज के लोग अंतिम संस्कार करते है। इसके बाद सरपंच देवी लाल गुर्जर मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बात कर अन्य जगह दाह संस्कार किया गया।