संस्कारों के सिंचन हेतु संस्कृति ज्ञान परीक्षा आवश्यक
भीलवाड़ा -अखिल विश्व गायत्री परिवार शांति कुंज हरिद्वार द्वारा आयोजित भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में छात्रों के अधिक से अधिक भाग लेने हेतु राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राजेन्द्र मार्ग भीलवाड़ा की दोनों पारियों में परीक्षा की पूर्व तैयारी हेतु वार्ताऐं दी गई।
गायत्री शक्ति पीठ परिवार के जिला समन्वयक सरोजना व्यास ने बताया कि भारत की भूमि अवतारों की भूमि है जहां राम, कृष्ण, बुद्ध एवं महावीर ने धर्म की रक्षा हेतु अवतार लिया। बालकों में अच्छे संस्कारों का सिंचन आवश्यक है।
पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी कैलाश चन्द्र तिवाड़ी ने बताया कि भारत में गाय, गंगा, गीता एवं गायत्री को मां मानकर पूजा कर पुण्य को प्राप्त करते है। जिला मुख्यालय के समन्वयक विष्णु त्रिपाठी ने बताया कि अच्छे संस्कारों एवं भारतीय संस्कृति को ह्रदयागंम करने हेतु भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा आवश्यक है।
पूर्व प्रधानाचार्य रामजस डाड ने राज्य, जिला, तहसील स्तर पर मिलने वाले पुरस्कारों की जानकारी दी तथा बताया कि यह परीक्षा 18 अक्टूम्बर को विद्यालय स्तर पर दोपहर 12 बजे आयोजित की जायेगी।
प्रधानाचार्य डॉ. श्याम लाल खटीक ने बताया कि बालकों को पाश्च्यात संस्कृति एवं मोबाईल के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा आवश्यक है।
कार्यक्रम में गायत्री शक्ति पीठ के अर्जुन सिंह चारण एवं श्यामसुंदर सेन का विशेष सहयोग रहा। दोनों पारियों में कार्यक्रम का सफल संचालन व्याख्याता राजेश शर्मा, दिनेश शर्मा एवं अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी दुर्गालाल जोशी ने किया।