लंबित राजस्व प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करें अधिकारी–जिला कलक्टर
भीलवाड़ा। सभी राजस्व अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का पालन करते हुए बकाया राजस्व प्रकरणों का निर्धारित समय में निस्तारण करवाना सुनिश्चित करें। जिला कलक्टर नमित मेहता ने यह बात गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक के दौरान कही।
इस दौरान नामांतरण प्रकरणों का निस्तारण निर्धारित समयावधि में करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे प्रकरण ऑटो फॉरवर्ड नहीं होने चाहिए। 90 दिन से अधिक लंबित लैंड कन्वर्जन प्रकरणों का निस्तारण जल्द से जल्द किया जाए। भविष्य में ऐसे प्रकरणों का निस्तारण 45 दिन की समयावधि में करना सुनिश्चित करें।
साथ ही जिला कलक्टर मेहता ने अभियान चलाकर पत्थरगढ़ी के पेंडिंग प्रकरणों का एक महीने के भीतर निस्तारण के निर्देश भी दिए। उन्होंने जिले में बारिश में क्षतिग्रस्त हुई सड़को के मरम्मत के प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश भी उपखंड अधिकारियों को दिए। मानसून सीजन को दृष्टिगत रखते हुए मलेरिया, डेंगू, स्वाईन फ्लू, चिकनगुनिया जैसी वैक्टर जनित बीमारियों का ट्रांसमिशन सीजन होने से इन बीमारियों के नियंत्रण व रोकथाम के संबध में भी निर्देश दिए।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में राजस्व अधिकारी भू-रूपांतरण सहित राजस्व से संबंधित सभी प्रकार के प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण करें, ताकि आमजन को जल्द से जल्द राहत मिल सके। इसके लिए सभी राजस्व अधिकारी अपने न्यायालय में दर्ज राजस्व प्रकरणों में उल्लेखनीय कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित करें एवं लक्ष्य हासिल करने के लिए ज्यादा से ज्यादा दावों की सुनवाई करें।
बैठक में कलक्टर ने जिले में भू-आवंटन, औद्योगिक प्रयोजनार्थ भू-संपरिवर्तन, नामान्तरण, सीमाज्ञान, पत्थरगढ़ी एवं सहित सभी तरह के लम्बित राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को राजस्व संबंधी सभी प्रकरणों को त्वरित गति से निस्तारित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पटवारियों की कार्यालय में उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उपखण्ड अधिकारियों एवं तहसीलदार को पटवार कार्यालयों के औचक निरीक्षण के निर्देश दिए।
बैठक कलक्टर ने अधिकारियों को जाति प्रमाण पत्र एवं मूल निवास प्रमाण पत्र लंबित प्रकरणों के भी निस्तारण के निर्देश दिये। साथ ही, उन्होंने कहा कि पेंशन संबंधी प्रकरणों का भी निस्तारण के लिए राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही, रात्रि चौपाल एवं दौरों का विवरण संपर्क पोर्टल पर अपलोड करने के साथ-साथ राजस्थान संपर्क पोर्टल पर दर्ज परिवादों का त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण कर आमजन को राहत देने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी अतिक्रमण, स्थायी आवंटन, ऑनलाइन गिरदावरी, ई धरती पोर्टल, भू राजस्व अधिनियम, गैर खातेदारी से खातेदारी अधिकार, भूमि परिवर्तन, भूमि कन्वर्जन, मुख्यमंत्री सहायता तथा सीमाज्ञान सहित अन्य प्राप्त प्रकरणों का शीघ्रता से निस्तारण करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी नामान्तरण के शेष प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने, सीमाज्ञान, भूमि आवंटन, अतिक्रमण संबंधी प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करवाने की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी राजस्व का अर्जन लक्ष्यानुसार सुनिश्चित करें। उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए की किसी भी प्रकार के परिवादों व प्रकरणों का गुणवत्ता पूर्ण एवं नियमित निस्तारण करवाना सुनिश्चित करें।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन रतन कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर वंदना खोरवाल, एसडीएम आव्हाद नि. सोमनाथ, एसडीएम रोहित चौहान, एसडीएम उम्मेद सिंह, एसडीएम अजीत सिंह, एसडीएम मनोज कुमार, एसडीएम नेहा छीपा, एसडीएम बंशीधर योगी, तहसीलदार बीएल सैन, तहसीलदार दिनेश कुमार, तहसीलदार विपिन चौधरी सहित जिले के विभिन्न राजस्व अधिकारी मौजूद रहें।