सितम्बर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जायेगा
भीलवाडा,| देश में आज भी कुपोषण एक गंभीर समस्या है। कुपोषण के कारण बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बाधित होता है और वे विभिन्न बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। पोषण के सही स्तर को बनाए रखना न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। प्रदेश में कुपोषण की रोकथाम के लिए सितम्बर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जायेगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 चेतेन्द्र पुरी गोस्वामी ने बताया कि पोषण की जरूरत को समझते हुए सितम्बर माह में आयोजित किये जाने वाले पोषण माह के दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत विभिन्न आयु समूहों में कुपोषण की रोकथाम हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग का सहयोग लेकर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं एवं 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के साथ बार-बार सम्पर्क स्थापित किया जायेगा और उनके बेहतर स्वास्थ्य व पोषण के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। पोषण माह के दौरान अरबन, स्लम एरियाज व पंचायत स्तर पर विशेष ध्यान देकर 10 से 19 वर्ष की किशोरी बालिकाओं के उचित पोषण के लिए सामाजिक व्यवहार परिवर्तन संवाद के माध्यम से अभियान चलाकर स्वास्थ्य व पोषण संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा।
सीएमएचओ डॉ. गोस्वामी ने बताया कि पोषण माह की इस वर्ष की थीम-‘‘ सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत’’ रखी गयी है। पोषण माह के दौरान अनीमिया की पहचान एवं प्रबन्धन के लिए गतिविधियां आयोजित की जायेगी तथा वीएचएसएनडी सत्रों, शक्ति दिवस (प्रत्येक मंगलवार), आयुष्मान आरोग्य मंदिर एवं पोषण पुर्नवास केन्द्र आदि पर स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी सकारात्मक व्यवहार को बढावा देने के लिए व्यवहार परिवर्तन संवाद संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान माताओं और बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिए चलाये जा रहे कार्यक्रमों को सुदृढ़ करते हुए बच्चे को जन्म के तुरन्त पश्चात स्तनपान, संपूरक आहार एवं काउसंलिंग के साथ अनीमिया की रोकथाम एवं प्रबंधन संबंधी गतिविधियों के साथ साथ मौसमी सब्जियों और स्थानीय रूप से उपलब्धता वाले पौष्टिक खाद्य पदार्थो का प्रोत्साहन एवं काउसिंंलंग के समय मातृ एवं सुरक्षा कार्ड के उपयोग को बढाया दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन लोगों में सही आहार के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए किया जाता है। इस माह के माध्यम से लोगों को संतुलित आहार और सही पोषण के महत्व के बारे में जानकारी दी जाती है, ताकि हर व्यक्ति स्वस्थ और सशक्त जीवन जी सके।