भीलवाड़ा में करवा चौथ पर सजा बाजार: छलनी-दिया समेत पूजा सामग्री की बढ़ी डिमांड,साड़ियां और ज्वेलरी की खरीदारी तेज

छलनी-दिया समेत पूजा सामग्री की बढ़ी डिमांड,साड़ियां और ज्वेलरी की खरीदारी तेज
X

भीलवाड़ा ( विजय गढ़वाल ) भीलवाड़ा में करवा चौथ का त्योहार इस बार 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। ऐसे में अब इस खास पर्व को लेकर बाजार गुलजार होने लगे हैं। पूरे शहर में खरीदारी करने के लिए महिलाओं की भीड़ उमड़ रही हैं। वहीं रेडीमेड गारमेंट्स, साड़ियां, श्रृंगार सामग्री से लेकर ज्वेलरी तक की खरीदारी के लिए दुकानों पर भीड़ नजर आ रही है।

करवा चौथ को लेकर व्यापरी हुए खुश

इसके साथ ही कॉस्मेटिक दुकानों पर भी महिलाओं की भीड़ दिख रही है। इसके अलावा सिल्क साड़ियों की डिमांड भी तेज हो रही है। ऐसे में करवा चौथ को लेकर व्यापारी भी काफी खुश है। विभिन्न ट्रेंडों का व्यापार कर रहे व्यापरियों का अनुमान है कि करवा चौथ पर करोड़ो रुपए का व्यापार होगा।

मेहंदी लगाना शुभ

इसके अलावा करवा चौथ पर मेहंदी लगाना बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए इस अवसर पर मेहंदी का बड़ा करोबार होता है। आजाद चौक एवं अन्य सार्वजनिक जगह पर मेहंदी लगवाने वाले बैठ जाते हैं और उनसे मेहंदी लगाने के लिए महिलाओं की लंबी कतारे लगी होती है। इसके साथ ही ब्यूटी पार्लरों भी महिलाएं खूब दिखती हैं। हालांकि, बहुत सारे लोगों के पास बाहर जाने का वक्त नहीं होता है। तो घरों में मेहंदी लगाने वाले को बुलाकर मेहंदी लगवाती लेती है। वहीं इस बार मेहंदी का रेट भी बढ़ा हुआ बताया जा रहा है।

साड़ियां समेत ज्वेलरी की बढ़ी डिमांड





करवा चौथ पर पायल, झुमकी, मंगलसूत्र के साथ अंगूठी की भी इस बार काफी ज्यादा डिमांड है। वहीं डिजाइनर साड़ियों से लेकर लहंगों की डिमांड बढ़ गई है। दरअसल, कपड़ों के अलावा पूजा की थाल, श्रृंगार के सामन के अलावा सभी तरह आकर्षक आइटम की डिमांड हो रही हैं। वहीं साड़ियों में लहंगा-चुनरी के अलावा बांधनी, कांजीवरम, बनारसी, प्योर शिफॉन, जार्जेट समेत अन्य कलेक्शन भी महिलाओं का मन मोह रही हैं।

श्रृंगार का सजा बाजार, चांद का इंतजार

शहर के आजाद चौक मार्केट में महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ दिखाई दे रही हैं। महिलाएं करवा चौथ पर होने वाली विशेष पूजा सामग्री की खरीदारी में जुटी हुई हैं।




शहर में इन दिनों महिलाओं के लिए करवा चौथ के मौके पर विभिन्न प्रकार की छलनी, रंगीन करवे ओर करवा चौथ किट बाजार में बिकने के लिए लाए गए हैं। जो सबके आकर्षण का केंद्र है। अब चांद का है इंतजार।

शॉपिंग करने वाली महिला ने ये कहा

वहीं, शॉपिंग करने आईं रेखा ने बताया कि चूड़ा और पानी वाली चूड़ी बहुत पसंद आ रही है. क्योंकि पानी वाली चूड़ी में शाइनिंग होती है, जो इसे खास बनाती है.

आरती ने कहा कि ऐसे में करवा चौथ की पूजा के लिए सजी-धजी थालियों की भी बाजार में खूब बिक्री हो रही है. सजी हुई थालियों में करवा, छलनी, दीपक और मिठाई के साथ पूजा सामग्री भी शामिल है.महिलाएं इस थाली से चांद का दीदार करती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. इस बार के करवा चौथ में रामपुर के बाजारों की रौनक और भी खास है. हर कोई अपने-अपने अंदाज में इस त्योहार को मनाने के लिए तैयारियों में जुटा हुआ है. बाजार की यही रौनक और सुहागिनों की मुस्कान करवा चौथ के इस पावन पर्व को और भी खास बना देती है.




पति की लंबी उम्र के लिए रखती है व्रत :

अनीता ने बताया कि पुराने समय से चली आ रही परम्परा के तहत वे अपने पति राज की लंबी उम्र की कामना करने के लिए वे पूरे साजो श्रृंगार के साथ सुबह से रात तक बिना कुछ खाएं पिये इस व्रत को रखती हैं, और देर रात चांद निकलने के बाद ही अपने पति के हाथ से पानी पीकर व्रत को पूरा करती है.

पार्वती के साथ गणेश-चंद्र की होगी पूजा

व्रती महिलाएं सोलह शृंगार कर इस दिन सांयकाल में भगवान शिव, गणेश, माता पार्वती, कार्तिकेय एवं चन्द्रमा की पूजा करने के बाद चंद्र को चलनी से देखती है और उन्हें अर्घ्य देती हैं। करवा चौथ के दिन व्रती महिलाएं दिनभर व्रत रखेंगी और नए वस्त्र शृंगार करके पूजन करके रात में चांद को छलनी से दीप के साथ देखेंगी। पति को देखते हुए वे चांद को अर्घ्य प्रदान करेंगी। अर्घ्य में दूध, शहद, मिश्री और नारियल प्रदान किया जाएगा।

मान्यता है कि चंद्रमा की पूजा से मन की शांति मिलती है। इसके साथ ही इस दिन भगवान विष्णु और धन की देवी माता लक्ष्मी की आराधना करने से अचल सम्पति, धन-धान्य के अलावे दाम्पत्य सुख का आशीर्वाद मिलता है। करवा चौथ का व्रत सूर्योदय से आरंभ होकर चंद्रदोय तक रहता है।

व्रती महिलाएं रात्रि काल में चन्द्रमा की दर्शन, पूजा एवं अर्घ्य देने के बाद पति के हाथ से जल पीकर व्रत को पूर्ण करती हैं। शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार चलनी से पति को देखने से पत्नी के व्यवहार और विचार दोनों छन कर शुद्ध हो जाता है।

Next Story