वेद से ही सनातन धर्म बचा हुआ है: पालीवाल

आकोला (रमेश चंद्र डाड) श्रीमुनीकुल ब्रह्मचर्याश्रम वेद संस्थान बरूंदनी के निकले हुए पूर्व छात्रों का दीपावली स्नेह मिलन एवं वैदिक विचार गोष्ठी हरनी महादेव स्थित वैरागी धर्मशाला में वेदाध्यापक हरिशंकर पालीवाल की अध्यक्षता में हुई।

गोष्टी को संबोधित करते हुए विद्वानों ने कहा कि वेदों से ही सनातन धर्म बचा है। धर्म का मूल ही वेद है । वेद बचे रहेंगे तो धर्म सुरक्षित रहेगा। इसको बचाने के लिए अपने को तन मन धन न्योछावर करना होगा । गोष्ठी में बरूंदनी वेद विद्यालय के अनेक वेदाध्यापक एवं आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, झारखण्ड, तमिलनाडु, राजस्थान सहित सम्पूर्ण भारतवर्ष से सैकड़ों की संख्या में वैदिक विद्वान उपस्थित हुए

विचार संगोष्ठी में सर्वप्रथम सभी विप्रो ने भगवान हरनी महादेव का अभिषेक कर ब्रह्मर्षि डॉक्टर बद्रीनारायण पंचोली और रामजी लाल पालीवाल की तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए चारों वेदों का मंगलाचरण किया

कार्यक्रम के मध्य छोटी हरनी स्थित काठिया आश्रम के महंत बनवारीशरण काठिया बाबा के सान्निध्य में होने वाले कार्यक्रम की सफलता के लिए उपस्थित सभी वैदिक विप्रो ने मंगलकामनाएं प्रकट की

कार्यक्रम में विद्यालय के शुरुआती विद्यार्थी रहे प्राचार्य कैलाशचंद्र शर्मा, सुरेश शर्मा,विनोद आमेटा, कैलाश पण्डित, दिनेश रायता, बंशीलाल शर्मा, राधेश्याम तिवाड़ी सहित अब तक के निकले हुए करीब तीन सो पूर्व छात्र सम्मिलित हुए

संगोष्ठी में सभी के विचारों को्

मद्देनजर रखते हुए निर्णय लिया गया कि किसी भी गरीब असहाय वैदिक विप्र की सहायतार्थ अतिशीघ्र विप्र कल्याण बैंक की स्थापना की जाएगी जिससे वैदिक विप्र की आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके।

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