बंरूदनी में फतेहसागर की खोली मोरी, लाखों लीटर व्यर्थ बह गया पानी
आकोला (रमेश चंद्र डाड) बरुन्दनी के फतहसागर की नहर को बिना किसी पूर्व सूचना के अज्ञात व्यक्तियों की ओर से खोल दिए जाने से सैंकड़ों बीघा सिंचित योग्य भूमि का पानी व्यर्थ बह कर बेड़च नदी में चला गया।
बरुन्दनी ग्राम पंचायत के सदस्य शिव शंकर अहीर ने बताया कि बरुन्दनी का फतह सागर पंचायती राज के अधीन आता है। इस वर्ष 9 फीट भराव क्षमता का फतह सागर लबालब पानी से पानी से भर गया था और चादर चली थी।
बिना किसी पूर्व सूचना और प्रस्ताव के अज्ञात व्यक्तियों ने अपनी मनमानी करते हुए फतह सागर की मोरी को खोल कर नहर में पानी छोड़ दिया। नहर को कुछ जगह से तोड़ा भी गया। फतह सागर का पानी व्यर्थ बह कर नाले से होते हुए बेड़च नदी में चला गया।
वार्ड पंच शिवशंकर अहीर ने ग्राम पंचायत बरुन्दनी के ग्राम विकास अधिकारी मुकेश कुमार वैष्णव को मोबाईल पर कॉल किया तो एक घण्टे तक उन्होंने कॉल ही रिसीव नहीं किया। अहीर को वैष्णव ने कहा कि उन्हें पता नहीं है। पता कर नहर में पानी को बन्द करवाऊंगा।
भाजपा के शक्ति केन्द्र प्रभारी श्याम लाल अहीर ने भी पानी की व्यर्थ बरबादी पर नाराजगी प्रकट करते हुए उचित कारवाई की मांग की ।ग्राम विकास अधिकारी मुकेश वैष्णव को कॉल किया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
दूसरी ओर फतह सागर के भराव क्षेत्र में आने वाली भूमि के कृषकों ने कहा कि उन्हें सरकार ने मुआवजा नहीं दिया । उनके खेत पानी में डूबते है। अगर अभी पानी खाली नहीं करेंगे तो उनके खेतों में रबी की फसल कब बाएंगे। हम विकास अधिकारी मांडलगढ़ से आदेश लेकर आएंगे और मोरी को खुलवाएंगे।
इनका कहना -
"फतह सागर की मोरी को बिना अनुमति के किसने खोला पता करवाएंगे और उचित कारवाई करेंगे। पानी की बरबादी नहीं होने देंगे। मोरी को वापस बन्द करवाने के लिए आदमी भेज दिए।"
गजेन्द्र कुमार तेली , सरपंच ग्राम पंचायत बरुन्दनी