कथा आयोजन कमेटी पर महंत बनवारी शरण महाराज ने लगाये मनमानी के आरोप, कहा कल से कोई पास लागू नहीं होगा, मची भगदड़

भीलवाड़ा (राजकुमार माली/प्रहलाद तेली)। बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा के दूसरे दिन ही कमेटी और आयोजक टेकरी के बालाजी के महंत बनवारी शरण महाराज के बीच विवाद खड़ा हो गया। महाराज ने कमेटी पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। वहीं निर्धारित सीमा से ज्यादा पास जारी किए जाने से आज भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई और प्रवेश को लेकर मची अफरा तफरी में आधा दर्जन महिलाओं के साथ ही कुछ लोगों के चोटें भी आई है।

टेकरी के बालाजी के महंत बनवारी शरण महाराज ने कहा कि कमेटी सेवा कर रही है अच्छी बात है लेकिन सबसे पहले कमेटी को मंदिर आना चाहिए और पूछना चाहिए कि महाराज जी कितने पास देने है। उन्होंने कहा कि कमेटी वालों ने अपनी मनमानी की है । महाराज जी के पास नहीं आये। डेढ सौ पास पहुंचा दिये। महाराज के कितने भक्त है, इनको पता होना चाहिए। भीलवाड़ा में भी भक्त है। कमेटी को सबसे पहले पास मंदिर भेजने चाहिए यह उनका फर्ज बनता है। कमेटी ने अपने ही बालकों को पास दे दिये तो मंदिर के भक्त कहां जायेंगे। उन्होंने कहा कि कल की कथा में कोई पास लागू नहीं होगा। पास व्यवस्था खत्म होनी चाहिए।

बनवारी शरण महाराज ने कहा कि शुक्रवार से डोनेशन देने वाले ही आगे बैठ सकते है। बाकी सभी बराबर है जो पहले आएगा बैठ सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि संतों को भी परेशान किया जा रहा है, संत कोई भी आये उन्हें प्रशासन को आश्रम तक पहुंचाना चाहिए। संत को आश्रम तक भी नहीं जाने दे रहे है। उन्होंने कहा कि महंत के पास संत जरूर आयेंगे। उन्होंने कहा कि हम फोन भी कर रहे है तो उसे कोई नहीं मान रहा है। इसी बात को लेकर बनवारी शरण महाराज को आज कथा मंच छोड़कर बाहर आना पड़ा ।

इस संबंध में आयोजन समिति के आशीष पोरवाल ने कहा कि कमेटी ने पास की व्यवस्था की है लेकिन कुछ लोगों ने डुप्लीकेट पास बनवा लिये जिसे रोकना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को रोकना भी जरूरी है जबकि हमने सभी पुख्ता व्यवस्था की हुई है। महाराज की नाराजगी के बारे में वे कोई जवाब नहीं दे पाये और कहा कि विधायक जी से बात करेेंगे।

मची अफरा तफरी, कई लोग गिरे

वीआईपी गेट पर बड़ी राशि डोनेशन देकर पास लिये लोगों को कथा स्थल पर जाने से वहां रोक दिया। उप महापौर के साथ ही मीडिया को भी नहीं जाने दिया गया। बाद में वहां अफरा तफरी की स्थिति पैदा हो गई और दरवाजा खोला तो भगदड़ मच गई और कई महिलाओं के चोटें आई। एक व्यक्ति के तो खून निकल आया और जूते तक फट गये। यही स्थिति कथा स्थल के पास भी रही जहां कई बार कहासुनी के हालात बने है।

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