एक दिवसीय अंतर-पीढ़ी संबंध प्रोत्साहन कार्यशाला का आयोजन

एक दिवसीय अंतर-पीढ़ी संबंध प्रोत्साहन कार्यशाला का आयोजन
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भीलवाड़ा,बाल दिवस पर उद्यमिता एवं कौशल विकास केंद्र संगम विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संस्थान भारत सरकार तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के आर्थिक सहयोग से एक दिवसीय अंतर-पीढ़ी संबंध प्रोत्साहन कार्यशाला का आयोजन किया गया ,जिसका उद्देश्य बुजुर्गों और युवाओं के बीच समझ को विकसित कर विकसित भारत मिशन-2047 को संबल देना था। स्वागत उद्बोधन में डॉ. मनोज कुमावत ने युवाओं की ऊर्जा और बुजुर्गों के अनुभवों के सम्मिलित प्रयासों से समाज को कैसे दिशा दी जा सकती के बारे में विस्तार से जानकारी दी।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज के समय में युवाओं और बुजुर्गों के बीच बढ़ती खाई चिंता का विषय बन चुकी है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने माता पिता और बुजुर्गों का सम्मान करते हुए उनके अनुभवों से लाभ उठाने के लिए तत्पर रहें। उनके दृष्टिकोण को समझते हुये अपने दैनिक कार्यों को संपन्न करें। उप कुलपति प्रोफेसर मानस रंजन पाणिग्रही ने कहा कि यह कार्यशाला विद्यार्थियों के लिए एक अवसर है जिसमें वे बुजुर्गों के अनुभवों के आधार पर अपने कैरियर को नवीन क्षितिज पर लेकर जा सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से यह अपेक्षाएँ व्यक्त की कि वे इस कार्यशाला से प्राप्त अनुभव और ज्ञान को अपनी शैक्षणिक यात्रा की गतिविधियों में समाहित करने को कहा। कार्यशाला में विभिन सत्रों के माध्यम से युवाओं और बुजुर्गों के बीच समझ एवं पारस्परिक विश्वास विकिसत करने हेतु गतिविधियां भी आयोजिय की गयीं। इस कार्यशाला में बुजुर्गों ने भी कार्यशाला की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संयोजन डॉ मनोज कुमावत द्वारा किया गया उन्होंने कहा कि एक पेड़ को दादा लगाता है और पौत्र उसके फल खाता है। इसी भावना को इंगित करते हुए कार्यशाला में आये बुजुर्गों का सम्मान युवाओं द्वारा पौधे देकर किया गया। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो राजीव मेहता, विभिन संकायों के सदस्य डॉ तनुजा सिंह, डॉ. रामेश्वर रायकवार, गौरव सक्सैना, डॉ. श्वेता बोहरा, डॉ. ऋतुराज सिंह, डॉ. कनिका चौधरी एवं डॉ. राजकुमार जैन आदि उपस्थित थे। मंच संचालन और पंजीकरण व्यवस्था को विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने संभाला। कार्यशाला के अंत में डॉ. संजय कुमार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

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