रामधाम ट्रस्ट के साप्ताहिक रामायण पाठ में गुंजी चौपाइयां



भीलवाड़ा । रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट का साप्ताहिक रामायण पाठ श्री राम मंदिर सुभाष नगर में हुआ । पाठ प्रभारी शिवप्रकाश लाठी ने बताया कि पाठ में चौपाइयों का उच्चारण करते हुए बताया गया कि न मां दुष्कृतिनो मूढाः, प्रपद्यन्ते नराधमाः । मायया-पहृत-ज्ञाना, आसुरं भाव-माश्रिताः ॥ अर्थात माया के द्वारा जिनका ज्ञान हरा जा चुका है ऐसे आसुर-स्वभावको धारण किये हुए, मनुष्यों में नीच, दूषित कर्म करने वाले मूढ़ लोग मुझको नहीं भजते।। चतुर्विधा भजन्ते मां, जनाः सुकृतिनोऽर्जुन । आर्तो जिज्ञासु-रर्थार्थी, ज्ञानी च भरतर्षभ ॥ अर्थात हे भरत वंशियों में श्रेष्ठ अर्जुन ! उत्तम कर्म करने वाले अर्थार्थी, आर्त, जिज्ञासु और ज्ञानी-ऐसे चार प्रकारके भक्तजन मुझको भजते हैं ॥ पाठ के अंतर्गत रामायण की चौपाई के सामूहिक गान के साथ, रामायण पर अंतराक्षरी, कीर्तन आदि हुए । मधु पटवारी, प्रो.जगदीश भदादा, रामस्वरूप कोगटा, रामजस गगराणी, प्रहलाद भदादा ने अंतराक्षरी का संचालन किया। ट्रस्ट के प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडानी ने बताया कि पाठ में बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। उधर धर्म संघ हरिद्वार के संस्थापक धर्मानंद महाराज ने रामधाम की महिमा का बखान करते हुए कहा कि कहा कि रामधाम गौशाला में गो संवर्धन के लिए सभी को आगे आना चाहिए।

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