उदारतापूर्वक दान देकर सशस्त्र बलों के प्रति करे गहरी कृतज्ञता

भीलवाड़ा । सशस्त्र सेना झण्डा दिवस (झंडा दिवस) भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों के कल्याण हेतु सन् 1949 से प्रतिवर्ष 7 दिसम्बर को मनाया जाता है।

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि युद्ध के समय हुए जान-माल की हानि के बाद देशवासियों का कर्तव्य बनता है कि वो अपने सैन्य कर्मियों, उनके परिवार के कल्याण के कार्यों में सहयोग करें। हम सभी को हमारे शूरवीरों की कीर्ति गाथाओं पर गौरव है. जिन्होंने 1947-48, 1962, 1965. 1971 व 1999 के युद्धों व आंतरिक संघर्ष में बहादुरी से लड़ते हुए दुश्मन व आतंकवादियों के घुटने टिका दिये। उन्होंने बताया कि देशवासियों द्वारा दिया गया दान देश सेवा में अशक्त हुए सैनिकों, शहीदों एवं उनके परिवारजनों के कल्याण हेतु काम आता है।

उन्होंने इन शूरवीरों एवं शहीदों के परिवार जनों के लिए सभी सर्वविदित परम्पराओं को ध्यान में रखते हुए सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर प्रदेश में संचालित विभिन्न प्राईवेट संस्थानों, युविनर्सिटीज, स्कूलों के संचालकों एवं कॉरपोरेट क्षेत्र के सभी दानताओं एवं प्रदेश के सभी नागरिकों से अपील की है कि वे उदारतापूर्वक दान देकर सशस्त्र बलों के प्रति हम सब गहरी कृतज्ञता अभिव्यक्त करे। दान जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में उपस्थित होकर या जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के नाम से डी०डी०/ बैंक के माध्यम से एवं विभाग के क्यूआर स्कैनर के माध्यम से भी किया जा सकता है।

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